बढ़ते वित्तीय घाटे से उबरने हेतु प्रयासों के तहत पेट्रोलियम मंत्रालय ने ईरान से कच्चे तेल के आयात की मात्रा वर्तमान वित्त वर्ष 2013-14 में बढ़ाकर 8.5 अरब डॉलर की विदेशी मुद्रा की बचत की योजना बनायी. इस संबंध में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री वीरप्पा मोइली ने प्रधानमंत्री को 30 अगस्त 2013 को पत्र लिखकर भारत के द्वारा वर्तमान वित्त वर्ष की शेष अवधि के दौरान एक करोड़ दस लाख टन कच्चे तेल के आयात किये जाने बारे सूचित किया था.
पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर कच्चे तेल के आयात के माध्यम से चालू खाते के घाटे को कम किया जाए जिसके लिए तेल के आयात पर किये जाने वाले भुगतान पर 25 अरब डॉलर की कटौती की प्रधानमंत्री के सिफारिश के मद्देनजर यह योजना बनायी गयी. इसी क्रम में 19-20 अरब डॉलर की बचत की योजना बनायी गयी है.
विदित हो कि भार ने पिछले वित्त वर्ष में 144 अरब डॉलर मूल्य के कच्चे तेल का आयात किया था.
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