गूगल ने 15 नवम्बर 2017 को कॉर्नेलिया सोराबजी के 151वें जन्मदिन पर डूडल बनाकर श्रद्धांजलि दी. भारत की पहली महिला वकील होने का गौरव हासिल करने वाली कॉर्नेलिया सोराबजी की 151वीं जयंती है.
कॉर्नेलिया सोराबजी पहली भारतीय महिला थी जिन्होनें ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से वकालत की पढ़ाई की और बॉम्बे विश्विविद्यालय से स्नातक किया. वे कई सामाजिक सुधार आंदोलनों से जुड़ी रहीं थी और साथ ही उन्होंने महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
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कॉर्नेलिया सोराबजी:
• कॉर्नेलिया सोराबजी का जन्म 15 नवंबर 1866 को नासिक एक पारसी परिवार में हुआ था.
• वे बंबई विविद्यालय से स्नातक करने वाली पहली महिला हैं.
• उन्हें ऑक्सफोर्ड विविद्यालय से कानून की पढ़ाई करने वाली पहली महिला होने का गौरव प्राप्त है.
• वह किसी भी ब्रिटिश विविद्यालय में पढ़ाई करने वाली पहली भारतीय नागरिक हैं.
• उन्होनें वर्ष 1892 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से वकालत पूरी की थी लेकिन वर्ष 1919 तक किसी भी कोर्ट में उन्हें एक वकील के रूप में काम करने देने की अनुमति नहीं मिली थी.
• कार्नेलिया सोराबजी वर्ष 1929 में हाईकोर्ट की वरिष्ठ वकील के तौर पर सेवानिवृत्त हुईं.
• कॉर्नेलिया सोराबजी के कदमों पर चलकर कई महिलाओं ने वकालत करी.
• उन्होंने इंडियन ऑफिस में भी महिलाओं को कानूनी सलाहकार के तौर पर रखे जाने के लिए याचिका दायर की थी.
• उन्हें इसके बाद वर्ष 1904 में बंगाल के वॉर्डस कोर्ट में लेडी असिस्टेंट के तौर पर रखा गया.
• उन्होनें बंगाल, बिहार, ओड़िसा और असम के लिए काम करना शुरु कर दिया. उन्होनें अपने 20 साल के करियर में 600 महिलाओं और बच्चों के लिए काम किया.
• उन्होने अनेकों पुस्तकों, लघुकथाओं एवं लेखों की रचना भी कीं.
• उन्होंने दो आत्मकथाएं इंडिया कॉलिंग (1934) और इंडिया रिकॉल्ड (1936) भी लिखी हैं.
• वर्ष 2012 में, लंदन के प्रतिष्ठित 'लिंकन इन' में उनके नाम को शामिल किया गया.
• कॉर्नेलिया सोराबजी का निधन 06 जुलाई 1954 को हो गया.
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