बीमा क्षेत्र के रेगुलेटर इरडा ने सभी साधारण बीमा कंपनियों को ऑटो डीलर नेटवर्क के माध्यम से वाहन बीमा पॉलिसी बेचने की अनुमति प्रदान कर दी है. इसके बाद ऑटो डीलर विभिन्न बीमा कंपनियों की पॉलिसी की बिक्री कर सकेंगे.
ऑटो डीलर को यह भी अधिकार दिया गया है कि वह ग्राहकों की साख के अनुसार बीमा प्रीमियम कम या अधिक भी कर सकेंगे. इससे ग्राहकों को सहूलियत होगी और बीमा कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी.
वर्तमान में ग्राहक को डीलर से उस बीमा कंपनी की पॉलिसी लेनी होती थी, जिसके साथ उसका विशिष्ट समझौता हो. बीमा कंपनियों को भी बीमा पॉलिसी के प्रीमियम में भिन्नता करने की भी अनुमति नहीं थी. बीमा क्षेत्र के चलन के अनुसार बीमा कंपनियां आम तौर पर अच्छे ग्राहकों को कम प्रीमियम और खराब ग्राहकों को ज्यादा प्रीमियम पर बीमा कवर देती हैं.
इरडा की नई गाइडलाइन-
- इरडा ने इसमें बदलाव हेतु नई गाइडलाइन जारी की. इरडा ने 31 अगस्त 2017 को नये नियमों को मंजूरी दे दी. इरडा ने नये नियमों को अंतिम रूप दिया गत वर्ष की रिपोर्ट की सिफारिशों और बीमा कंपनियों के अलावा दूसरे पक्षों से बातचीत के बाद दिया.
- इरडा की नई गाइडलाइन्स के तहत ओन डैमेज प्रीमियम के तहत कार पर 19.5 फीसद और टू-व्हीलर पर 22.5 फीसद कमीशन प्रदान किया जा सकता है. इरडा ने ऑटो डीलरों को ज्यादा कमीशन देने की भी इजाजत दी है.
इनके माध्यम से 15 फीसद वाहन बीमा पॉलिसी बिकती हैं. आइसीआइसीआइ लोंबार्ड के मैनेजिंग डायरेक्टर व सीईओ भार्गव दासगुप्ता के अनुसार इरडा के नये नियमों से उद्योग का विकास तेज होगा.
ऑनलाइन बीमा पॉलिसी हेतु ओटीपी की अनुमति-
- ओटीपी को अनुमति इन पॉलिसी की बिक्री और औपचारिकताओं पर बीमा कंपनियों द्वारा स्पष्टीकरण मांगे जाने पर इरडा ने इलेक्ट्रॉनिक सिग्नेचर के विकल्प के तौर पर दी है.
- बीमा क्षेत्र के रेगुलेटर इरडा ने ई-इंश्योरेंस एकाउंट खोलने हेतु ओटीबी (वन टाइम पासवर्ड) के प्रयोग को मंजूरी दे दी.
- यह इलेक्ट्रॉनिक सिग्नेचर के विकल्प के तौर पर होगा.
- बीमा की लोकप्रियता बढ़ाने के प्रयासों के क्रम में इरडा ने यूआइडीएआइ की ई-केवाईसी को भी मंजूरी दे दी.
- ई-केवाईसी आधार नंबर के आधार पर होता है. इरडा ने पहले ही इंश्योरेंस ई-कॉमर्स और इलेक्ट्रॉनिक इंश्योरेंस पॉलिसी को मंजूरी दी.
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