प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में 30 अगस्त 2017 को केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में जेबू कैटल जेनामिक्स और सहयोगात्मक पुनर्जैविक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग के लिए भारत और ब्राजील के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित किये गये.
इस एमओयू से भारत और ब्राजील के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध मजबूत होंगे और पारस्परिक सहमति प्रक्रियाओं के माध्यम से संयुक्त गतिविधियों के जरिए कैटल में जेनोमिक्स और सहयोगात्मक पुनर्जैविक प्रौद्योगिकियों (एआरटी) के विकास को बढ़ावा मिलेगा.
समझौता ज्ञापन के मुख्य बिंदु
• गतिविधियों और विकासात्मक कार्य योजनाओं व उनके परिवर्ती मूल्यांकन को नियमित रूप से निर्धारित करने के प्रयोजनार्थ प्रत्येक पक्ष के प्रतिनिधियों के समान संख्या वाली एक कार्यान्वायन समिति का गठन किया जाएगा.
• इसे सतत डेयरी विकास तथा संस्थागत सुदृढ़ीकरण के आधार पर वर्तमान अभियान को व्यापक बनाने के उद्देश्य से कैटल और भैंसों के पुनर्जैविक सुधार के क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाओं के माध्यम से पूरा किया जाएगा.
• इस एमओयू से जेबू कैटल और उनके संसर्ग व भैंसों में जेनोमिक की अवधारणा की सुविधा प्राप्त हो सकेगी.
• कैटल और भैंसों में सहयोगात्मक पुनार्जैविक प्रौद्योगिकी की अवधारणा, जैनोमिक ओर सहयोगात्मक और पुनर्जैविक प्रौद्योगिकी में क्षमता निर्माण हो सकेगा.
• भारत सरकार (व्यवस्था संचालन) नियम 1961 की द्वितीय अनुसूची के नियम 7 (घ) (i) के तहत इन दो देशों के सम्ब्द्ध कानूनों और विनियमों के अनुसार जेनोमिक्सि और एआरटी में संबंधित अनुसंधान और विकास के माध्यम से जेबू कैटल में जेनोमिक चयन कार्यक्रम में वैज्ञानिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा और सुविधा प्राप्त हो सकेगी.
(स्रोत: पीआईबी)
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