जापान की नोजोमी ओकुहारा ने 27 अगस्त 2017 को विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप के फाइनल मुकाबले में भारत की पीवी सिंधु को हराकर स्वर्ण पदक जीता. पीवी सिंधु ने रजत पदक जीता और साइना नेहवाल को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा.
नोजोमी ओकुहारा ने तीन गेमों के कड़े संघर्ष के बाद पीवी सिंधु को 21-19, 20-22, 22-20 से हराया. यह मुकाबला लगभग दो घंटे चला. नोजोमी ओकुहारा विश्व बैडमिंटन चैंपियन बनने वाली जापान की पहली खिलाड़ी बन गई.
पीवी सिंधु का यह विश्व चैंपियनशिप में तीसरा पदक है. उन्होंने इससे पहले वर्ष 2013 (गुआनझोऊ) और वर्ष 2014 (कोपनहेगन) में कांस्य पदक जीता था. वे विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में तीन पदक जीतने वाली भी भारत की पहली खिलाड़ी हैं. यह विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के इतिहास में भारत का कुल सातवां पदक है.
विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल मैच स्कॉटलैंड के ग्लासगो में आयोजित किया गया था. बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने फाइनल मुकाबले के बाद पीवी सिंधु को 10 लाख रुपए देने की घोषणा की है. साइना नेहवाल को 5 लाख रुपए देने का घोषणा किया है.
पीवी सिंधु के बारे में:
• पीवी सिंधु का जन्म 5 जुलाई 1995 को हैदराबाद, आंध्र प्रदेश में हुआ था.
• वे एक विश्व वरीयता प्राप्त भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं.
• पी. वी. सिंधु ने वर्ष 2001 के ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियन बने पुलेला गोपीचंद से प्रभावित होकर बैडमिंटन को अपना करियर चुना.
• पी. वी. सिंधु ने रियो ओलम्पिक-2016 में रजत पदक जीता.
• पीवी सिंधु ने नवंबर 2016 में चीन ऑपन का खिताब अपने नाम किया.
• वे चीन के ग्वांग्झू में आयोजित वर्ष 2013 के विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी है.
• उन्हें वर्ष 2015 में भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्म श्री’ से सम्मानित किया गया.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation