संयुक्त राष्ट्र द्वारा हाल ही में सीरिया युद्ध के दौरान रासायनिक हमलों के इस्तेमाल की जांच संबंधी एक प्रस्ताव सभा में पेश किया गया. सभी सदस्य देशों ने इस पर अपना मत दिया जिसमें रूस से वीटो किया.
इस दौरान संयुक्त राष्ट्र में रासायनिक हमलों की जांच मे अवधि विस्तार करने के अनुबंध पर चर्चा की गयी. संयुक्त राष्ट्र में रूसी राजदूत वेस्ले नेबियनिया ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की जांच तटस्थ है, जिसका किसी भी तरह से समर्थन नहीं किया जा सकता है.
गिना मिलर ब्रिटेन की सबसे प्रभावशाली अश्वेत व्यक्ति बनीं
गौरतलब है कि रूस ने बशार असद का समर्थन करते हुए सुरक्षा परिषद में नए प्रस्ताव का स्वागत किया है. मतगणना में 11 देशों ने जांच में एक वर्ष का विस्तार किया. रूस और बोलीविया ने इस कदम के खिलाफ मतदान किया, जबकि चीन और कजाकिस्तान मतदान के दौरान अनुपस्थित रहे.
अमेरिका का रुख
अमेरिका ने सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की जांच कर रहे एकमात्र आधिकारिक मिशन की अवधि बढ़ाने के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव पर वीटो अधिकार का इस्तेमाल करने को लेकर रूस की निंदा की है.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के इस प्रकार के प्रस्ताव को कई बार बाधित किया है. रूस ने आतंकवादियों और सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद के शासन समेत रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करने वालों को जिम्मेदार ठहराने वाले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के कदम को बाधित किया.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation