भारत के दूसरे सर्वोच्च कानूनी अधिकारी सॉलिसिटर जनरल रंजीत कुमार ने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की. उन्होंने कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के कार्यालय को 20 अक्टूबर 2017 को त्यागपत्र भेजा.
रंजीत कुमार ने निजी कारणों का हवाला देते हुए सॉलिसिटर जनरल का पद छोड़ने की बात कही है. कुछ माह पूर्व यह खबरें आई थीं कि सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम उन्हें शीर्ष अदालत में बतौर जज नियुक्त करने पर विचार कर रही है.
रंजीत कुमार को वर्ष 2014 में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किया गया था. जून 2017 में उनका कार्यकाल बढ़ाया गया था. उन्होंने एक निजी टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में सरकार के साथ किसी भी तरह के मतभेद से इन्कार किया है. वरिष्ठ अधिवक्ता और कानूनविद रंजीत कुमार ने बताया कि उनके प्रति सरकार का रवैया बहुत अच्छा रहा है. उन्होंने कहा, 'मैंने निजी और पारिवारिक वजहों के चलते त्यागपत्र दिया है.’
स्नैपडील के सीएफओ अनूप विकल ने इस्तीफ़ा दिया
रंजीत कुमार के बारे में
रंजीत कुमार को संवैधानिक और टैक्स से जुड़े मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है. वह गैंगस्टर सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामले में गुजरात सरकार के वकील रहे थे. इसके अतिरिक्त कई अहम मामलों में एमाइकस क्यूरे (न्याय मित्र) की भूमिका भी निभा चुके हैं. रंजीत कुमार से पहले सर्वोच्च कानूनी अधिकारी अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation