महिला और बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी ने 31 अगस्त 2017 को नई दिल्ली में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान की. बच्चों के विकास और आईसीडीएस योजना के अंतर्गत संबद्ध क्षेत्रों में आंगनवाडी कार्यकर्ताओं की उल्लेखनीय सेवाओं हेतु उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया गया. कुल 51 कार्यकर्ताओं को इस पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया.
मुख्य तथ्य:
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर पुरस्कृत करने की योजना वर्ष 2000-01 में शुरू की गई थी.
- यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष दिये जाते हैं.
- राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार के रूप में 25,000 रूपये नकद और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है, जबकि राज्य स्तर के पुरस्कार के रूप में 5,000 रूपये नकद और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है.
- यह पुरस्कार पिछले दो वर्ष के दौरान वर्ष 2011-12 से दिये गये.
राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार हेतु चयन:
- राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार के लिए उन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को राज्य या संघ शासित प्रदेश स्तर के विजेताओं में से मनोनीत किया जाता है.
- राष्ट्रीय स्तर पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मनोनयन की संख्या राज्य या संघ शासित प्रदेशों के आकार और चल रही आईसीडीएस परियोजनाओं पर निर्भर करती है.
- राज्य या संघ शासित प्रदेशों से प्राप्त नामों की जांच एक चयन समिति करती है, जिसके बाद पुरस्कारों के लिए चुना जाता है.
आईसीडीएस योजना:
- आईसीडीएस योजना का पूरा नाम समन्वित बाल विकास योजना है.
- यह योजना 2 अक्टूबर 1975 को शुरू किया गया.
- यह योजना भारत सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है.
- इस योजना में 6 वर्ष तक के उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं तथा स्तनपान कराने वाली महिलाओं को स्वास्थ्य, पोषण एवं शैक्षणिक सेवाओं का एकीकृत पैकेज प्रदान करने की योजना है.
- हाल में केंद्र सरकार द्वारा योजना को प्रभावपूर्ण ढंग से क्रियान्वित कराने के लिए कुछ नये कदम उठाये गये हैं.
- इस योजना के तहत सभी उपलब्ध सेवायें, प्रत्येक 6 वर्ष के नीचे के बच्चों को, गुणवत्ता के साथ सुनिश्चित करायी जाएंगी.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation