भारतीय साहित्य आलोचक गायत्री चक्रवर्ती स्पिवाक को वर्ष 2012 के क्योटो पुरस्कार से 10 नवंबर 2012 को सम्मानित किया गया. क्योटो में आयोजित एक भव्य सम्मान समारोह में गायत्री चक्रवर्ती स्पिवाक को कला और दर्शन के क्षेत्र में योगदान हेतु क्योटो पुरस्कार प्रदान किया गया.
गायत्री चक्रवर्ती स्पिवाक को सम्मान स्वरूप डिप्लोमा, स्वर्ण मेडल और 6 लाख 30 हजार डॉलर (लगभग साढ़े 3 करोड़ रुपए) की नकद राशि दी गई.
गायत्री चक्रवर्ती स्पिवाक इस समय यूनिवर्सिटी ऑफ कोलंबिया में प्रोफेसर हैं.
क्योटो पुरस्कार: क्योटो पुरस्कार जापान का प्रतिष्ठित पुरस्कार है, जो प्रत्येक वर्ष अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आधुनिक तकनीक, विज्ञान, कला और दर्शन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाले लोगों को दिया जाता है. क्योटो सम्मान वर्ष 1984 में धर्मार्थ कार्यो के लिए स्थापित संस्था इनामोरी फाउंडेशन की ओर से दिया जाता है.
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