भारतीय नौसेना में पहली बार महिलाओं को स्थायी कमीशन द्वारा पायलट के तौर पर शामिल किया गया. भारतीय नौसेना ने 22 नवंबर 2017 को महिला पायलटों को शामिल किया. इससे पूर्व वायुसेना ने भी महिलाओं को बतौर पायलट स्थायी कमीशन में शामिल किया.
केरल स्थित इंडियन नेवल एकेडमी की पासिंग आउट परेड में शामिल शुभांगी स्वरूप नेवी की पहली महिला पायलट बन गई. उनके अतिरिक्त आस्था सहगल, रूपा ए. तथा शक्तिमाया एस. को भी आर्मामेंट इंस्पेक्शन ब्रांच में शामिल किया गया.
इस अवसर पर शुभांगी स्वरुप ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “मैं जानती हूं कि यह सिर्फ एक रोमांचक मौका नहीं बल्कि एक बड़ी जिम्मेदारी भी है.” पासिंग आउट परेड का रिव्यु कर रहे चीफ ऑफ़ नेवी स्टाफ, एडमिरल सुनील लांबा ने इस अवसर पर कहा कि
भारतीय नेवी में हालांकि वर्ष 1991 से महिला अधिकारियों को शामिल किया जा रहा है लेकिन अब उनके कार्यक्षेत्र में और अधिक विस्तार किया गया है.
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मुख्य बिंदु
• शुभांगी स्वरूप समुद्री टोही टीम में पायलट के तौर पर भूमिका निभाएंगी. नौसेना में महिलाओं को पायलट के तौर पर शामिल करने की मंजूरी 2015 में दी गई.
• यूपी के बरेली की रहने वाली शुभांगी स्वरूप को पी-8 आई प्लेन उड़ाने का मौका मिलेगा.
• हिंद महासागर में चीन की गतिविधियों पर नजर रखने में महिला पायलट का इस्तेमाल किया जा सकता है. भविष्य में वह किसी शिप की कमान संभाल सकती हैं.
• आस्था सहगल, रूपा ए. और शक्तिमाया एस. को नौसेना के आर्मामेंट इंस्पेक्शन ब्रांच में पहली बार शामिल किया गया.
• नेवी और इंडियन कोस्ट गार्ड की पासिंग आउट परेड में कुल 328 कैडेट्स शामिल हुए. इनमें एक कैडेट तंजानिया और एक मालदीव से भी थे.
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