भारत ने 04 नवम्बर 2017 को एक ही बर्तन में 918 किलो खिचड़ी पकाकर गिनीज विश्व रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया है. भारतीय व्यंजन ‘खिचड़ी’ को को विश्व खाद्य मेले में एक पौष्टिक संपूर्ण आहार के रूप में पेश किया गया. इंडिया गेट के मैदान में आयोजित विश्व खाद्य मेला एवं सम्मेलन के दूसरे दिन एक बड़ी कड़ाही में 918 किलो खिचड़ी तैयार की गई.
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इसमें खिचड़ी की ब्राडिंग भारत के संपूर्ण आहार के तौर पर गई. एक स्थान पर एक ही बर्तन में इतनी बड़ी मात्रा में तैयार व्यंजन को देखने ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ की एक टीम भी मौजूद थी. इस मौके पर मशहूर शेफ संजीव कपूर के साथ योगगुरु बाबा रामदेव और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर भी मौजूद रहीं.
मुख्य तथ्य:
• इस खिचड़ी को मशहूर शेफ संजीव कपूर की देखरेख में 50 शेफ ने मिलकर तैयार किया.
• इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य दुनिया को भारत के इस पौष्टिक आहार के बारे में बताना है.
• खिचड़ी बनाने में जिन चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, वैसे ही इस पौष्टिक खिचड़ी को दाल, चावल, बाजरा, रागी मूंग और छिलके वाली मिलाकर तैयार किया गया.
• इस खिचड़ी में 500 किलो चावल, 300 किलो दाल, 100 किलो घी और बाकी मसाला शामिल किया गया है.
• इस पूरी प्रक्रिया में सात फीट के व्यास वाली एक हज़ार लीटर की स्टेनलेस स्टील की कढ़ाई में भाप का प्रयोग कर व्यंजन को धीमी आंच पर पकाया गया.
• इस कढ़ाई को उठाने के लिए क्रेन का इस्तेमाल किया गया और वजन कर इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज़ कराने योग्य बनाया गया.
• खिचड़ी को अक्षय पेटी फाउंडेशन और गुरुद्वारा के लगभग 60,000 लोगों द्वारा अनाथों को वितरित किया गया.
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