भारत और रूस 19 अक्टूबर 2017 से रक्षा सहयोग को बढ़ावा देते हुए रूस में संयुक्त आतंकवाद निरोधक सैन्य अभ्यास करेंगे जो देश के बाहर तीनों सेनाओं की होने वाली पहली ऐसी कवायद होगी.
भारत और रूस के बीच पहली बार तीनों सेनाओं का संयुक्त अभ्यास आयोजित किया जा रहा है. आगामी 19 अक्टूबर से 249वीं कंबाइन्ड आर्मी रेंज सर्गीविस्की में और व्लादिवोस्तक के पास जापान सागर में 11 दिवसीय ‘इंद्र-2017’ अभ्यास किया जाएगा. हालांकि ये अभ्यास 19 अक्टूबर से 29 अक्टूबर 2017 तक चलेगा.
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इसमें भारतीय थलसेना से 350, वायुसेना के 80 सैनिक, दो आईएल 76 विमान तथा और नौसेना से एक-एक फ्रिगेट और कोरवेट शामिल होंगे जबकि रूस की ओर से इस अभ्यास में करीब 1000 सैनिक भाग लेंगे. भारत के रूस के साथ उत्कृष्ट रक्षा संबंध हैं और हमारा देश इस तरह के अभ्यास के लिए स्वाभाविक साझोदार है.
इंद्र एक्सरसाइज यूएन चार्टर के तहत की जा रही है, जिसका मकसद काउंटर-टेरेरिज्म है. भारत अभी तक इस तरह के साझा काउंटर टेरेरिज्म एक्सरसाइज के लिए थलसेना का ही इस्तेमाल करता था. लेकिन अब इसमें वायुसेना और नौसेना का भी साथ लिया जा रहा है. क्योंकि आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ रूस और अमेरिका जैसे देश वायुसेना और नौसेना का भी इस्तेमाल कर रहा है. यह अभ्यास दोनों देशों के सशस्त्र बलों को तीनों सेनाओं के संयुक्त अभियान में प्रशिक्षण का मौका देगा.
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