स्वच्छ भारत मिशन को आरंभ करने के तीन वर्ष बाद केंद्र सरकार द्वारा 08 अगस्त 2017 को ग्रामीण स्वच्छता सर्वेक्षण आरंभ किये जाने की घोषणा की गयी. इसके तहत राष्ट्रीय स्तर पर सभी जिलों में पारदर्शिता के साथ सर्वेक्षण कराया जाएगा.
केंद्रीय ग्रामीण विकास और स्वच्छता मंत्री नरेंद्र तोमर द्वारा ग्रामीण स्वच्छता सर्वेक्षण आरंभ किया गया. जिलों के बीच परस्पर प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के उद्देश्य से त्रैमासिक स्वच्छता सर्वेक्षण कराया जायेगा. इस सर्वेक्षण में साफ-सफाई के साथ कूड़ा प्रबंधन को आधार बनाया जायेगा.
स्वच्छता प्रतिस्पर्धा में प्रदर्शन के आधार पर प्रत्येक क्षेत्र को कुल सौ अंक में से अर्जित अंकों के आधार पर चयनित किया जायेगा. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के प्रति और जागरुकता पैदा होगी.
मुख्य बिंदु
• क्वालिटी कंट्रोल आफ इंडिया (क्यूसीआई) द्वारा कराए गये सर्वेक्षण में बताया गया कि मई-जून 2017 में कराये गये सर्वे में ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 62.45 फीसद घरों में शौचालय मिले.
• इस सर्वेक्षण में 4626 गांवों के लगभग डेढ़ लाख घरों का सर्वेक्षण किया गया.
• सर्वेक्षण में पाया गया कि 91.29 प्रतिशत लोगों ने अपने यहां बनाये गये शौचालयों का उपयोग किया.
• इस सर्वेक्षण के नतीजों को 02 अक्तूबर 2017 को घोषित किया जायेगा.
• विभिन्न जिलों के बीच होने वाली इस स्वच्छता प्रतिस्पर्धा में रैंकिंग की जायेगी, जिसके आधार पर जिला प्रशासन को सम्मानित भी किया जाएगा.
• कुल 100 अंकों वाली इस प्रतिस्पर्धा में 50 अंक प्रदर्शन पर, 25 अंक स्थिरता और बाकी 25 अंक पारदर्शिता पर दिए जायेंगे.
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की सूचना प्रबंधन प्रणाली (एमआईएस) द्वारा मई-जून 2017 के सर्वेक्षण के समय कुल 63.73 प्रतिशत क्षेत्र के शौचालय युक्त होने की जानकारी दी गयी.
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