मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाह द्वारा एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों की आपूर्ति हेतु 09 अगस्त 2017 को नई दिल्ली में वेब पोर्टल की शुरुआत की गयी.
इस पोर्टल द्वारा देश भर में पाठ्यपुस्तकों के वितरण का बेहतर प्रबंधन हो सकेगा साथ ही इससे पुस्तकों की अनुपलब्धता के बारे में स्कूलों और सम्बंधित विभागों को जानकारी भी प्रदान की जा सकेगी. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा कहा गया कि एनसीईआरटी पुस्तकों का देश भर में सही वितरण करने के उद्देश्य से इसऑनलाइन सुविधा को आरंभ किया गया.
मुख्य बिंदु
• एनसीईआरटी का यह वेब पोर्टल www.ncertbooks.ncert.gov.in पर उपलब्ध है.
• इस पोर्टल के माध्यम से स्कूल आठ सितंबर तक 2018-19 के सत्र के लिए पुस्तकों की खरीद का आदेश दे सकते हैं.
• छात्रों के लिए ऑनलाइन ऑर्डर की सुविधा कुछ दिन बाद आरंभ की जाएगी.
• स्कूलों के पास अपने नजदीकी एनसीईआरटी वेंडर अथवा अहमदाबाद, कोलकाता, गुवाहाटी और बेंगलुरु स्थित एनसीईआरटी के क्षेत्रीय उत्पादन-सह-वितरण केंद्रों (आरपीडीसी) से सीधे किताब खरीदने का भी विकल्प होगा.
• जो लोग पोर्टल पर रजिस्टर करके ऑर्डर देंगे उनसे नाममात्र का डाक शुल्क लेकर पुस्तकें घर पहुंचा दी जायेंगी.
• यह पाठ्यपुस्तकें दिल्ली में एनसीईआरटी के मुख्यालय में स्थित खुदरा बिक्री कांउटरों पर भी बिक्री के लिए उपलब्ध रहेंगी.
• ई-पाठशाला पर लॉग-इन करके अथवा मोबाइल एप्पलिकेशन के जरिए एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकें डिजिटल रूप में भी प्राप्त की जा सकती हैं.
एनसीईआरटी
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) भारत सरकार द्वारा स्थापित संस्थान है जो विद्यालयी शिक्षा से जुड़े मामलों पर केन्द्रीय सरकार एवं प्रान्तीय सरकारों को सलाह देने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है. इसका मुख्य कार्य शिक्षा एवं समाज कल्याण मंत्रालय को विशेषकर स्कूली शिक्षा के संबंध में सलाह देने और नीति-निर्धारण में मदद करना है. इसके अतिरिक्त एनसीईआरटी के कार्यों में शामिल है - शिक्षा के समूचे क्षेत्र में शोधकार्य को सहयोग और प्रोत्साहित करना, उच्च शिक्षा में प्रशिक्षण को सहयोग देना, स्कूलों में शिक्षा पद्धति में लाए गए बदलाव और विकास को लागू करना, राज्य सरकारों और अन्य शैक्षणिक संगठनों को स्कूली शिक्षा संबंधी सलाह देना और अपने कार्य हेतु प्रकाशन सामग्री और अन्य वस्तुओं के प्रचार की दिशा में कार्य करना.
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