राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 09 जुलाई 2017 को नई दिल्ली में मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘डिजिटल पहल पर राष्ट्रीय सम्मेलन’ में ऑनलाइन एजुकेशन पोर्टल 'स्वयं' को लॉन्च किया.
स्वयं पोर्टल अब पूरी तरह से कार्यरत है जिससे छात्र कहीं भी रहकर सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों द्वारा पेश किए गए पाठ्यक्रमों से लाभान्वित हो सकते हैं. अग्रणी शिक्षक अब 'एमओओसी' फॉर्मेट वाले इस प्लेटफॉर्म पर अपने नए पाठ्यक्रमों को पेश कर सकते हैं.
स्वयं भारत सरकार द्वारा आरम्भ किया गया कार्यक्रम है जिसे शिक्षा नीति के तीन अधारभूत सिद्धान्तों अर्थात पहुँच, निष्पक्षता तथा गुणवत्ता को प्राप्त करने के उद्देश्य से तैयार किया गया है. इस प्रयास का उद्देश्य सबसे अधिक वंचित सहित सभी को श्रेष्ठ शिक्षण साधन उपलब्ध कराना है.
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स्वयं पोर्टल के बारे में
• स्वयं पोर्टल मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) अथवा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा स्वदेश में माइक्रोसॉफ्ट की सहायता से निर्मित किया गया है.
• "स्वयं" में प्रदान किये जा रहे पाठ्यक्रम 04 भागो में हैं, वीडियो व्याख्यान, विशेष रूप से तैयार की गई अध्ययन सामग्री जो कि डाउनलोड /मुद्रित की जा सकेगी, परीक्षा तथा प्रशनोत्तरी के माध्यम से स्वमूल्यांकन परीक्षा एवं चौथा शंकाओं के समाधान के लिए ऑनलाइन विचार-विमर्श.
• स्वयं के माध्यम से प्रदान किए जाने वाले पाठ्यक्रम शिक्षार्थियों के लिए नि:शुल्क उपलब्ध हैं.
• प्रमाणपत्रता प्राप्त करने के इच्छुक विद्यार्थी पंजीकृत किए जाएंगे तथा इन्हें न्यूनतम शुल्क के साथ सफलतापूर्वक पाठ्यक्रम पूरा करने के पश्चात् प्रमाणपत्र दिया जाएगा.
• प्रत्येक पाठ्यक्रम के अंत में प्रोकोर्ट्ड पारीक्षा के माध्य्म से विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया जाएगा तथा इस परीक्षा में प्राप्त किए गए अंकों /ग्रेडों को विद्यार्थी के शैक्षणिक रिकॉर्ड में स्थानांतरित कर दिया जाएगा.
• विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) विश्वविद्यालयों को ऐसे पाठ्यक्रमों को विनिर्दिष्ट करने के लिए क्रेडिट फ्रेमवर्क विनियम, 2016 जारी कर चुका है.
गौरतलब है कि स्वयं एजुकेशन पोर्टल के आरंभ किये जाने की घोषणा वर्ष 2017-18 के बजट भाषण के दौरान की गयी थी.
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