सऊदी अरब में किंग सलमान ने ऐतिहासिक शाही आदेश जारी करते हुए महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने की मंजूरी प्रदान कर दी है. इस आदेश के बाद सऊदी अरब में अब महिलाएं भी सड़कों पर गाड़ी चला सकेंगी.
किंग सलमान द्वारा जारी किए गए फैसले को लागू करने में थोड़ा वक्त लगेगा, किंग ने आदेश में इसे सही तरीके से लागू करने हेतु एक कमेटी बनाने के निर्देश जरी किए है. यह कमेटी 30 दिन में अपने सुझाव देगी और उसके बाद अगले साल जून तक आदेश को लागू किया जा सकेगा.
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सऊदी अरब दुनिया का इकलौता ऐसा खाड़ी देश था, जहां महिलाओं को ड्राइविंग करने का अधिकार नहीं था. सऊदी अरब के सरकारी अल-अरबिया न्यूज चैनल की रिपोर्ट के अनुसार किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सौद ने यह ऐतिहासिक आदेश जारी किया.
वुमन राइट एक्टिविस्ट्स की मांग-
वुमन राइट एक्टिविस्ट्स सऊदी अरब में 1990 से इस अधिकार की मांग कर रही थीं. ज्यूडिशियरी और एजुकेशन की फील्ड में दखल देने वाले कुछ अतिवादी मौलवी इसके विरोध में थे. मौलवीयों के अनुसार इससे समाज भ्रष्ट होगा और पाप का जन्म होगा.
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किंग सलमान का आदेश उन लोगों की भी जीत है जो सालों से महिलाओं को यह अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे थे. किंग ने महिलाओं को लाइसेंस जारी करने की इजाजत तो दी है, किन्तु इसमें शरिया कानून का भी ध्यान रखने की बात कही है.
अमेरिका में सऊदी अरब के राजदूत प्रिंस खालिद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज के अनुसार महिलाओं को कार चलाने की इजाजत देने का एलान इकोनॉमिक रिफॉर्म्स का हिस्सा है. यह फैसला सिर्फ एक अहम सोशल चेंज नहीं बल्कि सऊदी के इकोनॉमिक रिफॉर्म्स का हिस्सा है.''
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