श्री रंगनाथस्वामी मंदिर ने 03 नवम्बर 2017 को बड़े पैमाने पर पुनर्निर्माण और बहाली के काम के बाद सांस्कृतिक विरासत संरक्षण हेतु यूनेस्को एशिया प्रशांत पुरस्कार मेरिट 2017 जीता है. सांस्कृतिक विरासत संरक्षण के लिए 2017 यूनेस्को एशिया-प्रशांत पुरस्कारों के लिए 43 देशों के लगभग 42 आवेदन थे.
यह तमिलनाडु में पहला मंदिर बन गया है जिसे यूएन मंडल से प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया जाएगा. मंदिर संरचनाओं को पुनर्निर्मित करने और वर्षा जल संचयन और ऐतिहासिक जल निकासी व्यवस्था की पुन: स्थापना, पानी बढ़ाने और बाढ़ को रोकने के लिए परंपरागत तरीकों का इस्तेमाल मंदिर को इस पुरस्कार को प्राप्त करने के मुख्य कारण थे.
हिन्दी लेखिका कृष्णा सोबती का ज्ञानपीठ पुरस्कार हेतु चयन किया गया
श्री रंगनाथस्वामी मंदिर:
• यह मंदिर कावेरी और कोलिडाम नदियों के बीच एक द्वीप पर स्थित है.
• इसमें सात मुखबिर और 21 टावर हैं, जिसमें 236 फुट ऊंचा राजगोपरम शामिल हैं.
• श्री रंगनाथस्वालमी मंदिर को दुनिया का सबसे बड़ा क्रियाशील हिन्दू मंदिर माना जा सकता है क्योंकि इसका क्षेत्रफल लगभग 6,31,000 वर्ग मी (156 एकड़) है.
• रिपोर्टों के मुताबिक, जून 2014 में मंदिर का नवीकरण शुरू हुआ और यह परियोजना कई चरणों में की गई.
यूनेस्को:
• संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) 'संयुक्त राष्ट्र संघ' का एक घटक है, जिसका कार्य शिक्षा, प्रकृति तथा समाज विज्ञान, संस्कृति तथा संचार के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय शांति तथा समझबूझ को बढ़ावा देना है.
• यूनेस्को की स्थापना वर्ष 1945 में की गई थी.
• 193 देश यूनेस्को के सदस्य हैं और छ: देश सहयोगी सदस्य हैं.
• यूनेस्को के वर्तमान महानिदेशक इरीना बोकोवा हैं.
• यूनेस्को का मुख्यालय पेरिस, फ्रांस में है.
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