3 दिसंबर- अन्तरराष्ट्रीय विकलांग दिवस
अन्तरराष्ट्रीय विकलांग दिवस (International Day of Disabled Persons) विश्वभर में 3 दिसंबर 2013 को मनाया गया. यह दिवस शारीरिक रूप से अक्षम लोगो को देश की मुख्य धारा में लाने के लिए मनाया जाता है. वर्ष 2013 हेतु अन्तरराष्ट्रीय विकलांग दिवस का थीम- “बंधनों को तोड़ो, दरवाजों को खोलो- सभी का विकास समावेशी समाज में” था.
अन्तरराष्ट्रीय विकलांग दिवस का उद्देश्य
अन्तरराष्ट्रीय विकलांग दिवस का उद्देश्य आधुनिक समाज में शारीरिक रूप से अक्षम लोगो के साथ हो रहे भेद-भाव को समाप्त किया जाना है. इस भेद-भाव में समाज और व्यक्ति दोनों की भूमिका रेखांकित होती रही है. सरकार द्वारा किये गए प्रयास में, सरकारी सेवा में आरक्षण देना, योजनाओं में विकलांगो की भागीदारी को प्रमुखता देना, आदि को शामिल किया जाता रहा है.
अन्तरराष्ट्रीय विकलांग दिवस से संबंधित मुख्य तथ्य
• सयुंक्त राष्ट्र संघ ने 3 दिसंबर 1991 से प्रतिवर्ष अन्तरराष्ट्रीय विकलांग दिवस को मनाने की स्वीकृति प्रदान की थी.
• सयुंक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 1981 को अन्तरराष्ट्रीय विकलांग दिवस के रूप में घोषित किया था.
• सयुंक्त राष्ट्र महासभा ने सयुंक्त राष्ट्र संघ के साथ मिलकर वर्ष 1983-92 को अन्तरराष्ट्रीय विकलांग दिवस दशक घोषित किया था.
• भारत में विकलांगो से संबंधित योजनाओं का क्रियान्वयन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के आधीन होता है.
• संगम योजना का संबंध भारत में विकलांगो से संबंधित है.
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