केंद्र सरकार ने कामोव हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति हेतु रूस के साथ समझौता किया है. समझौता के तहत भारत को 200 कामोव हेलीकॉप्टर दिए जाएँगे. यह समझौता लगभग एक अरब डालर (करीब 6433 करोड़ रुपये) में किया गया है.
समझौता वर्ष 2015 में किया गया जिसके तहत रूस 60 कामोव-226 टी हैलीकॉप्टर तैयार हालत में भारत को आपूर्ति करेगा, जबकि 140 कामोव हेलीकॉप्टर का निर्माण भारत में ही किया जाएगा.
कामोव हेलीकॉप्टरों का निर्माण करने वाली कम्पनी भारत में भी इन हेलीकॉप्टरों का निर्माण करेगी. रूसी अधिकारियों के अनुसार कामोव सैन्य हैलीकॉप्टरों को भारत में ही बनाने के लिए एक संयुक्त उद्यम का पंजीकरण करवाया गया है.
पिछले वर्ष अक्टूबर माह में भारत और रूस ने हिंदुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और रूस की दो प्रमुख रक्षा कंपनियों के मध्य संयुक्त उद्यम हेतु व्यापक समझौता को अंतिम रूप दिया गया.
रूस की रक्षा उत्पाद कंपनी समूह रोस्टेक कारपोरेशन के एक वरिष्ठ अधिकारी और इसके अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एवं क्षेत्रीय नीति विभाग के प्रमुख विक्टर निकोलायविच क्लादोव के अनुसार इस संयुक्त उद्यम का पंजीकरण मई माह में भारत में करवाया गया.
भारत द्वारा की जा रही कामोव हैलीकॉप्टर की खरीद पुराने हो चुके चीता और चेतक हैलीकॉप्टरों को बदलने के लिए की जा रही है.
वर्ष 2015 में हुए एक अरब डालर के समझौते के तहत रूस 60 कामोव-226टी हैलीकॉप्टर तैयार हालत में भारत को देगा जबकि 140 का निर्माण भारत में होगा
रोस्टेक कारपोरेशन के बारे में-
- रोस्टेक स्टेट कॉर्प रूस के 700 उच्च प्रौद्योगिकी वाले सैन्य और असैन्य कंपनियों का संगठन है.
- रोस्टेक स्टेट कॉर्प का गठन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कार्यकाल में वर्ष 2007 में किया गया.
- रोस्टेक स्टेट कॉर्प के संगठन रूसी संघ के 60 घटकों में स्थित हैं.
- रोस्टेक स्टेट कॉर्प दुनिया भर में 70 से अधिक देशों में अपने उत्पाद की आपूर्ति करता है.
- रोस्टेक स्टेट कॉर्प का मुख्यालय मास्को में है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation