चीन के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता लियू शियाओबो का 13 जुलाई 2017 को निधन हो गया. वे 61 वर्ष के थे. लियू शियाओबो को चीन सरकार के मुखर विरोधी के रूप में भी जाना जाता था. जीवन के आखिरी पल तक वो हिरासत में थे.
लियू शियाओबो के कैंसर की चपेट में आने का पता चला था और इसके बाद मेडिकल पैरोल दे दी गई थी. शियाओबो को वर्ष 2008 में 'चार्टर08' के सह-लेखन की वजह से गिरफ्तार किया गया था.
चार्टर-08 एक याचिका थी जिसमें चीन में मौलिक मानवाधिकारों की रक्षा करने और राजनीतिक व्यवस्था में सुधार का आह्वान किया गया था. लियू शियाओबो को दिसंबर 2009 में 11 साल की सजा सुनाई गई थी.
लियू शियाओबो के बारे में:
• लियू शियाओबो का जन्म 28 दिसंबर 1955 को चीन में हुआ था.
• लियू शियाओबो को बीजिंग में वर्ष 1989 में थेनआनमन चौक के प्रदर्शनों में भूमिका के लिए भी जाना जाता है.
• लियू शियाओबो को वर्ष 2010 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
• शियाओबो दूसरे ऐसे नोबेल शांति पुरस्कार विजेता बन गए हैं, जिनका हिरासत में निधन हुआ. इससे पहले वर्ष 1938 में जर्मनी में नाजी शासन के दौरान कार्ल वोनल ओसीत्जकी का निधन एक अस्पताल में हुआ था और वे भी हिरासत में थे.
• शियाओबो की पत्नी लियु शिया को वर्ष 2010 में नजरबंद कर दिया गया था.
• उन्हें मानवाधिकारों के लिए आवाज़ उठाने की वजह से अपने जीवनकाल में कई बार जेल जाना पड़ा.
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