भारत और म्यांमार के मध्य पहला संयुक्त युद्धाभ्यास 2017 (आईएमबीएएस 2017) मेघालय स्थित उमरोई जॉइंट ट्रेनिंग नोड में आरंभ हुआ.
संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान कार्यक्रम (यूएनपीकेओ) के तहत आयोजित किया गया यह युद्धाभ्यास, भारत और म्यांमार के बीच अपनी तरह का पहला सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास है. यह गजराज कॉर्प्स के तत्वावधान में सेना के रेड हॉर्न्स डिवीजन द्वारा आयोजित किया गया था.
मुख्य बिंदु
• छह दिवसीय प्रशिक्षण अभ्यास का उद्देश्य पड़ोसी देशों की सेनाओं के साथ घनिष्ठ संबंधों का निर्माण और प्रचार करना है.
• इसका उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र शांति संगठित भूमिकाओं और कार्यों में म्यांमार सेना के अधिकारियों को प्रशिक्षित करना है.
• इसका फोकस म्यांमार सेना के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को आवश्यक रणनीति, विशेषज्ञता, प्रक्रियाओं और कार्यप्रणाली पर प्रशिक्षण देना है.
• इस अभ्यास में म्यांमार सेना के 15 अधिकारी और भारतीय सेना के 16 अधिकारी शामिल हैं.
महत्व
भारत-म्यांमार संयुक्त सैन्य अभ्यास दोनों पड़ोसी देशों के मध्य द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ता प्रदान करेगा. ऐसे सैन्य अभ्यास से दोनों देश न केवल पारस्परिक क्षमता बढ़ाने में सक्षम होंगे, बल्कि भारत और म्यांमार के बीच मैत्री और सहयोग के मजबूत बंधन बनाने में सहायता प्राप्त होगी.
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