भारत ने स्वदेश निर्मित और लंबी दूरी की सब-सॉनिक क्रूज मिसाइल ‘निर्भय’ का 07 नवम्बर 2017 को परीक्षण किया. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित इस मिसाइल का पांचवा टेस्ट था, इससे पहले के दूसरे टेस्ट को छोड़कर अन्य सभी टेस्ट नाकामयाब ही रहे थे.
ओडिशा तट पर चांदीपुर से मिसाइल का परीक्षण किया गया. यह स्वदेश निर्मित मिसाइल प्रणाली का प्रयोग के तौर पर किया गया पांचवां परीक्षण है.
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मुख्य तथ्य:
• यह मिसाइल 300 किलोग्राम तक के आयुध ले जाने में सक्षम है. विस्तृत आकलन के लिए ट्रैकिंग प्रणाली से डेटा हासिल किया जा रहा है.
• एडवांस्ड सिस्टम्स लैबोरेटरी (एएसएल) द्वारा विकसित ठोस रॉकेट मोटर बूस्टर से संचालित इस मिसाइल की परिचालनगत रेंज 1000 किलोमीटर तक है.
• यह मिसाइल छह मीटर लंबी, 0.52 मीटर चौड़ी और इसके पंख 2.7 मीटर तक फैले हैं. यह 200 से 300 किग्रा. तक के आयुध ले जा सकती है.
• निर्भय का पहला परीक्षण 12 मार्च 2013 को किया गया था और उस समय मिसाइल के एक हिस्से में खराबी आने के कारण उसने बीच रास्ते में ही काम करना बंद कर दिया था. दूसरा परीक्षण 17 अक्तूबर 2014 को किया गया जो सफल रहा था.
• अगला परीक्षण 16 अक्टूबर 2015 को किया गया था, जिसमें मिसाइल 128 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद अपने रास्ते से भटक गई थी.
• मिसाइल का आखिरी परीक्षण 21 दिसंबर 2016 को किया गया और उस समय भी यह निर्धारित रास्ते से भटक गई थी. ये सभी परीक्षण चांदीपुर से किए गए थे.
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