टाटा संस को प्राइवेट लिमिटेड के रूप में बदलने के प्रस्ताव को 21 सितंबर 2017 कंपनी के शेयरधारकों ने मंजूरी प्रदान की. इस कदम के परिणामस्वरुप साइरस मिस्त्री के परिवार द्वारा अपनी हिस्सेदारी किसी बाहरी को बेचने की संभावनाएं कम हो जायेंगी.
माइनॉरिटी हिस्सेदारी रखने वाली सायरस मिस्त्री के परिवार की कंपनियों के भारी विरोध के बावजूद टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के मेजॉरिटी शेयरहोल्डर्स ने वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में इसे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाने के पक्ष में वोट डाला.
एन चन्द्रशेखरन टीसीएस के चेयरमैन भी नियुक्त किये गये
गौरतलब है कि मिस्त्री परिवार ने इस पहल को छोटे शेयरधारकों के खिलाफ बताया तथा इस प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करने की बात कही थी. मिस्त्री परिवार की टाटा संस में 18.4 फीसद हिस्सेदारी है जबकि टाटा के ट्रस्टों की 66 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
मिस्त्री को टाटा समूह के चेयरमैन पद से हटाए जाने के लगभग एक वर्ष बाद यह कदम उठाया गया है. इसके बाद जनवरी 2017 में एन चंद्रशेखरन को टाटा संस का चेयरमैन नियुक्त किया गया. पब्लिक लिमिटेड कंपनी के शेयरधारक किसी को भी अपनी हिस्सेदारी बेच सकते हैं, लेकिन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के शेयरधारक बाहरी निवेशकों को अपनी हिस्सेदारी नहीं बेच सकते.
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