संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) तथा सऊदी अरब द्वारा 05 दिसंबर 2017 को घोषणा की गयी कि यूएई तथा सऊदी अरब ने मिलकर एक नए आर्थिक साझेदारी समूह का गठन किया गया है. यह आर्थिक समूह, खाड़ी सहयोग परिषद से पृथक होकर बनाया जा रहा है.
दोनों देशों के इस निर्णय के चलते खाड़ी सहयोग परिषद् सम्मेलन आरंभ होते ही समाप्त हो गया. इस कदम से खाड़ी देशों के बीच पहले मौजूद मतभेद और भी अधिक बढ़ गये हैं. इस साझेदारी की घोषणा कुवैत में होने वाली जीसीसी की बैठक से कुछ घंटे पूर्व यूएई के विदेश मंत्री ने की.
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यह माना जा रहा है कि खाड़ी सहयोग परिषद से अलग नया आर्थिक साझेदारी समूह का गठन करना सदस्य देश कतर संकट के बीच परिषद को कमजोर कर सकता है. सऊदी अरब की ओर से इस संबंध में विशेष जानकारी जारी नहीं की गई है.
खाड़ी सहयोग परिषद
खाड़ी सहयोग परिषद फारस की खाड़ी से घिरे देशो का एक क्षेत्रीय समूह है सदस्य देश बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात है इसका मुख्यालय सऊदी अरब रियाद स्थित मेँ है तथा अधिकारिक भाषा अरबी है. इसका उद्देश्य सदस्य देशों में एकता लाने के लिये सभी क्षेत्रों में उनके मध्य समन्वय, समाकलन और सहयोग स्थापित करना; सभी क्षेत्रों में सदस्य देशों के नागरिकों के मध्य मौजूद सहयोग को और मजबूत और गहरा बनाना; सभी क्षेत्रों में समान तंत्र विकसित करना, और; सदस्य देशों के नागरिकों की भलाई के लिये उद्योग, खनिज, कृषि, समुद्री संसाधन और जैविक संसाधन क्षेत्रों में वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति को प्रोत्साहन देना है.
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