'सोलर पार्क परियोजना के लिए साझा बुनियादी ढांचा' हेतु 98 मिलियन अमेरिकी डॉलर के आईबीआरडी/सीटीएफ ऋण के लिए एक गारंटी समझौते और 2 मिलियन अमेरिकी डॉलर के लिए अनुदान समझौते पर विश्व बैंक के साथ हस्ताक्षर किए गए.
इन समझौतों पर भारत सरकार की ओर से आर्थिक मामलों के विभाग में संयुक्त सचिव (एमआई) समीर कुमार खरे और विश्व बैंक की ओर से विश्व बैंक भारत के कार्यवाहक कंट्री डायरेक्टर हिशाम ए.अब्दो ने हस्ताक्षर किये.
एक अन्य ऋण समझौते पर भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (इरेडा) के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक के.एस. पोपली और विश्व बैंक की ओर से विश्व बैंक भारत के कार्यवाहक कंट्री डायरेक्ट हिशाम ए.अब्दो ने हस्ताक्षर किये.
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इस परियोजना के दो घटक हैं: (i) सोलर पार्कों के लिए साझा बुनियादी ढांचा (75 मिलियन अमेरिकी डॉलर के आईबीआरडी ऋण और 23 मिलियन अमेरिकी डॉलर के सीटीएफ ऋण सहित 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर की अनुमानित कुल परियोजना लागत) और (ii) तकनीकी सहायता (सीटीएफ अनुदान के रूप में 2 मिलियन अमेरिकी डॉलर).
इस परियोजना का उद्देश्य देश में बड़े पार्कों की स्थापना के जरिये सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी करना है. इस परियोजना से बड़े सोलर पार्कों की स्थापना में मदद मिलेगी और इसके साथ ही वर्ष 2022 तक 175 गीगावाट के कुल नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य में से 100 गीगावाट सौर ऊर्जा की क्षमता स्थापित करने संबंधी सरकारी योजना को आवश्यक सहयोग भी मिल सकेगा.
(स्रोत: पीआईबी)
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