भारतीय कुश्ती संघ ने 26 जुलाई 2016 को नरसिंह यादव के स्थान पर प्रवीण कुमार राणा को रियो ओलंपिक में भेजने का फैसला किया है. डोपिंग में फंसे नरसिंह यादव की जगह अब प्रवीण राणा रियो ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. वे फ्रीस्टाइल कुश्ती के 74 किलोग्राम भार वर्ग में भारत की चुनौती पेश करेंगे. रियो ओलंपिक 5 अगस्त से 21 अगस्त 2016 तक होगा. प्रवीण राणा इससे पहले अमेरिका में 2014 में हुए रेसलिंग टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं. प्रवीण राणा ने वर्ष 2015 में 70 किलोग्राम में इटली में भी गोल्ड मेडल जीता था.
भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) इसको लेकर लगातार यूनाईटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) के संपर्क में था.
क्यों नरसिंह को बदला गया?
नरसिंह यादव नाडा द्वारा कराए गए डोप टेस्ट पास करने में नाकाम रहे. राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी के महानिदेशक नवीन अग्रवाल ने इसकी पुष्टि की. नरसिंह के ‘ए’ और ‘बी’ दोनों नमूनों में प्रतिबंधित मेथेंडाइनोन नाम का स्टेरॉयड मिला है. नाम बदलने की आखिरी तारीख 18 जुलाई 2016 को निकल चुकी.
प्रवीण राणा की उपलब्धियां:
• प्रवीण राणा वर्ष 2008 में पुणे में तीसरे राष्ट्रमंडल युवा खेलों में स्वर्ण पदक जीता.
• वे वर्ष 2008 में उज्बेकिस्तान में कैडेट एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता.
• वे वर्ष 2010 में रोहतक में जूनियर नेशनल कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता.
• उन्होंने वर्ष 2010 में रांची में 55वीं सीनियर कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता.
• वे वर्ष 2012 में नई दिल्ली में पहले हरी राम इंडियन ग्रांप्रि टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता.
नरसिंह के बारे में:
• नरसिंह ने 2015 में वर्ल्ड चैम्पियनशिप में ब्रॉन्ज जीतकर ओलिंपिक कोटा हासिल किया था.
• नरसिंह यादव का जो रिकॉर्ड है कम से कम 50 नेशनल और इंटरनेशनल टूर्नामेंट खेल चुका है.
• इसी कारण उन्हें ओलिंपिक में इंडिविजुअल गेम में लगातार दो मेडल (बीजिंग-2008 में ब्रॉन्ज, लंदन-2012 में सिल्वर मेडल) जीतने वाले पहले इंडियन सुशील कुमार की जगह टीम में शामिल किया गया.
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