प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. पुष्प मित्र भार्गव का 1 अगस्त 2017 को हैदराबाद में निधन हो गया. वे 89 वर्ष के थे. भार्गव ने देश में बढ़ती असहिष्णुता के विरोध में वर्ष 2015 में पद्म भूषण सम्मान लौटा दिया था. वे कोशिकीय एवं आण्विक जीव विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने हेतु जाने जाते हैं.
डॉ. पुष्प मित्र भार्गव के बारे में:
• डॉ. पुष्प मित्र भार्गव का जन्म 22 फरवरी 1928 को राजस्थान के अजमेर में एक मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था.
• वे देश के शीर्ष वैज्ञानिकों में शुमार थे और देश में आधुनिक जीव विज्ञान के पितामह के रूप में भी जाने जाते थे.
• वे जब 10 वर्ष के थे, उनका परिवार उत्तर प्रदेश आ गया और उनकी आगे की शिक्षा-दीक्षा यहीं हुई.
• उन्होंने अप्रैल 1977 में हैदराबाद के प्रसिद्ध ‘सेंटर फॉर सेल्युलर एण्ड मॉल्युकुलर बॉयोलोजी’ की स्थापना की और फरवरी 1990 तक इसके संस्थापक निदेशक रहे.
• वे वर्ष 2005 से वर्ष 2007 तक राष्ट्रीय ज्ञान आयोग के उपाध्यक्ष भी रहे.
• वे फिलहाल भी कई संगठनों के अध्यक्ष थे.
• उन्हें 100 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार और सम्मान मिले.
• उन्हें 1986 में पद्म भूषण सम्मान प्रदान किया गया लेकिन उन्होंने 2015 में यह सम्मान लौटा दिया.
• फ्रांस के राष्ट्रपति ने उन्हें वर्ष 1998 में ‘लीजन डी ऑनर’ से भी सम्मानित किया.
• हैदराबाद के सेंटर ऑफ सेलुलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) की स्थापना में उनका प्रमुख योगदान रहा है.
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