गोरखा राइफल्स की पहली बटालियन(1/1 जीआर) ने 24 अप्रैल 2015 को स्थापना के दो सौ वर्ष पूरे होने के अवसर पर पठानकोट, पंजाब में उत्सव मनाया.
स्थापना दिवस के इस अवसर पर भारत और नेपाल के सेवानिवृत्त, सेवारत और अनुभवी अधिकारियों ने समारोह में भाग लिया.
समारोह की शुरुआत बटालियन के शहीदों को याद कर के की गई.
पहली गोरखा राइफल्स बटालियन के बारे में
• पहली गोरखा राइफल्स बटालियन की स्थापना 24 अप्रैल 1815 को की गई थी.
• इस बटालियन को अब 1/3 गोरखा राइफल्स के नाम से जाना जाता है.
• पंजाब रेजिमेंट (1761), राजपूताना राइफल्स (1775), राजपूत रेजिमेंट (1778), जाट रेजिमेंट (1795) और कुमाऊं रेजिमेंट (1813) ही उन चंद भारतीय पैदल सेना बटालियनों में से हैं जो 1/3 गोरखा रेजिमेंट के गठन से पूर्व स्थापित हुई थीं.
• पिछली दो शताब्दियों में बटालियन ने दो विश्व युद्धों सहित दुनिया भर की लड़ाइयों में अपने वीरता को साबित किया है.
• आजादी के बाद से अब तक गोरखा रेजिमेंट को कई पुरस्कार और पदक से सम्मानित किया गया है.
• रेजिमेंट को 3 परम वीर चक्र, 33 महावीर चक्र, और 84 वीर चक्र से सम्मानित किया चुका गया है.
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