दक्षिणी चिली में 23 अप्रैल 2015 को लगभग 42 वर्षों बाद कलबूको ज्वालामुखी पुनः प्रस्फूटित हो गया. कुछ घंटों के अंतराल में यह ज्वालमुखी दो बार प्रस्फूटित हुआ जिसके कारण आकाश में राख और धुल का गुबार छा गया.
प्रस्फूटन के बाद चिली सरकार ने नजदीकी शहरों से लोगों के निष्क्रमण का आदेश दिया है.
कलबूको ज्वालामुखी के बारे में
• यह दक्षिणी चिली के एंडीज के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है.
• यह लगभग 2015 मीटर ऊंचा है और इसमें 400 से 500 मीटर चौड़ा गड्ढा(क्रेटर ) है.
• यह चिली के 90 सक्रीय एवं खतरनाक ज्वालामुखियों में से एक है.
• यह इससे पहले इस ज्वालामुखी का प्रस्फूटन 1972 में हुआ था.
• विश्व में इंडोनेशिया के बाद चिली में ही सबसे ज्यादा सक्रीय ज्वालामुखी हैं. यह दोनों ही देश ‘रेंज ऑफ़ फायर’ में आते हैं.
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