भारत और न्यूजीलैंड ने दोहरा कराधान निषेध संधि सहित तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. ये समझौते कारोबार, रक्षा और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों से सम्बंधित हैं.
समझौते के मुख्य तथ्य-
- न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जॉन की ने नरेन्द्र मोदी को एनएसजी की उम्मीदवारी पर ‘रचनात्मक’ रूख का भरोसा दिया. दोनों पक्षों ने विदेश मंत्री स्तरीय वार्ता के साथ साइबर मुद्दों पर आदान प्रदान की व्यवस्था स्थापित करने का भी निर्णय किया.
- दोनों देशो के प्रधानमंत्रियों की ‘मौजूदगी में दोहरा कराधान निषेध संधि और आय पर कर संबंधी राजकोषीय अपवंचन रोकथाम समेत तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किये गए.
- भारत और न्यूजीलैण्ड ने पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन, एशियाई रक्षा मंत्रियों की बैठक और एशियाई क्षेत्रीय मंच सहित सभी क्षेत्रीय संगठनों में आपसी भागीदारी को बढ़ाने का फैसला किया.
- एक संयुक्त बयान में दोनों ही देशों ने एशिया प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और समृद्धि को नए आयाम देने के मद्देनजर ऐसे क्षेत्रीय संगठनों के महत्व की पुष्टि की.
- दोनों ही देशों ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता को कायम रखने के महत्व पर भी जोर दिया.
- दोनों ही देशों के प्रधानमंत्री इस बात पर सहमत हुए कि भारत और न्यूजीलैण्ड के बीच वाणिज्यिक और कारोबारी रिश्ते काफी मजबूत हैं.
- पिछले दो वर्षों में आपसी कारोबार एक अरब अस्सी करोड़ डॉलर का था.
- जो पिछले पांच वर्षों में 42 प्रतिशत बढ़ गया है.
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