भारत जैसे विकासशील देश में जहां प्रति सप्ताह लोगों को 45-50 घंटे एवं प्रति वर्ष लगभग 2500 घंटे काम करने पड़ते हैं, वहीं दुनिया में कई ऐसे विकसित देश हैं जहां प्रति सप्ताह वर्किंग आवर बहुत कम है. इसके बावजूद इन विकसित देशों की जीडीपी भारत से काफी अधिक है. इस लेख में हम दुनिया के 10 ऐसे देश का विवरण दे रहे हैं जहां प्रति सप्ताह वर्किंग आवर सबसे कम है.
दुनिया के 10 ऐसे देश जहां प्रति सप्ताह वर्किंग आवर सबसे कम है
1. नीदरलैंड
प्रति सप्ताह सबसे कम वर्किंग आवर वाले देशों की सूची में नीदरलैंड का स्थान पहला है. बेरोजगारी का निम्न स्तर और उच्च आय नीदरलैंड्स में काम करने वाले समुदाय की प्रमुख विशेषताएं हैं. नीदरलैंड की सरकार संतुलित, पेशेवर और व्यक्तिगत विकास का समर्थन करती है, इसके अलावा सरकार द्वारा पार्टटाइम जॉब को भी प्रोत्साहन प्रदान किया जाता है और कानून द्वारा ऐसे कामगारों को संरक्षण प्रदान किया जाता है. नीदरलैंड में कर्मचारी प्रति वर्ष लगभग 1,380 घंटे अर्थात औसतन प्रति सप्ताह लगभग 27.5 घंटे तक काम करते हैं.
Image source: Eurovoix.com
दुनिया के ऐसे देशों की सूची जिनकी दो या दो से अधिक राजधानियां हैं
2. जर्मनी
प्रति सप्ताह लोगों द्वारा सबसे कम काम करने वाले देशों की सूची में जर्मनी का स्थान दूसरा है. 2009 में जर्मनी में कर्मचारियों के काम के लिए प्रति वर्ष लगभग 1,290 घंटे निर्धारित किया गया था, लेकिन हाल के वर्षों में बेहतर परिणाम की प्राप्ति के लिए काम करने के समय में वृद्धि की गई है. वर्तमान समय में जर्मनी में कर्मचारी प्रति वर्ष लगभग 1,388 घंटे अर्थात औसतन प्रति सप्ताह 27.75 घंटे तक काम करते हैं.
Image source: MUNPlanet
3. नार्वे
प्रति सप्ताह लोगों द्वारा सबसे कम काम करने वाले देशों की सूची में नार्वे का स्थान तीसरा है. नॉर्वे में पूरी दुनिया में सबसे उदार श्रमिक कानून हैं. यहां हर कार्यकर्ता को तीन हफ्ते का वैतनिक अवकाश दिया जाता है, इसके अलावा माता-पिता के लिए भी काम के घंटों में कटौती का प्रावधान है. इसके साथ ही महिलाओं को पार्टटाइम जॉब करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. वर्तमान समय में नार्वे में कर्मचारी प्रति वर्ष लगभग 1,400 घंटे अर्थात औसतन प्रति सप्ताह 28 घंटे तक काम करते हैं.
Image source: Trev's Bistro
4. डेनमार्क
प्रति सप्ताह लोगों द्वारा सबसे कम काम करने वाले देशों की सूची में डेनमार्क का स्थान चौथा है. डेनमार्क में लचीला कार्य शिड्यूल हैं और श्रमिकों के लिए उन्नत परिस्थितियां जैसे- छुट्टी का भुगतान, तनाव से मुक्त वातावरण और समय पर वेतन की व्यवस्था है. वर्तमान समय में डेनमार्क में कर्मचारी प्रति वर्ष लगभग 1,411 घंटे अर्थात औसतन प्रति सप्ताह 28.2 घंटे तक काम करते हैं.
Image source: Girl Scouts
5. फ्रांस
प्रति सप्ताह लोगों द्वारा सबसे कम काम करने वाले देशों की सूची में डेनमार्क का स्थान पाचवां है. वर्तमान समय में फ्रांस में कर्मचारी प्रति वर्ष लगभग 1,489 घंटे अर्थात औसतन प्रति सप्ताह 29.7 घंटे तक काम करते हैं.
Image source: National Geographic Kids
6. स्लोवेनिया
प्रति सप्ताह लोगों द्वारा सबसे कम काम करने वाले देशों की सूची में स्लोवेनिया का स्थान छठा है. 2010 की शुरूआत में स्लोवेनिया में नया श्रमिक कानून लागू किया गया था, जो मजदूर वर्ग के हितों की रक्षा करता है. इस नये कानून के कारण वर्तमान समय में स्लोवेनिया में कर्मचारी प्रति वर्ष लगभग 1547 घंटे अर्थात औसतन प्रति सप्ताह लगभग 31 घंटे तक काम करते हैं.
Image source: Slovenian Junior Open 2017
दुनिया के 11 ऐसे स्थान जिनका नाम भारतीय शहरों से मिलता जुलता है
7. बेल्जियम
प्रति सप्ताह लोगों द्वारा सबसे कम काम करने वाले देशों की सूची में बेल्जियम का स्थान सातवां है. 2005 से बेल्जियम में कर्मचारी प्रति वर्ष लगभग 1570 घंटे अर्थात औसतन प्रति सप्ताह लगभग 31.5 घंटे तक काम करते हैं.
Image source: Travel Noire
8. स्विट्जरलैंड
प्रति सप्ताह लोगों द्वारा सबसे कम काम करने वाले देशों की सूची में स्विट्जरलैंड का स्थान आठवां है. वर्तमान समय में स्विट्जरलैंड में कर्मचारी प्रति वर्ष लगभग 1585 घंटे अर्थात औसतन प्रति सप्ताह लगभग 31.75 घंटे तक काम करते हैं.
Image source: Rough Guides
9. स्वीडन
प्रति सप्ताह लोगों द्वारा सबसे कम काम करने वाले देशों की सूची में स्वीडन का स्थान नौवां है. वर्तमान समय में स्वीडन में कर्मचारी प्रति वर्ष लगभग 1607 घंटे अर्थात औसतन प्रति सप्ताह लगभग 32.1 घंटे तक काम करते हैं.
Image source: Culture Trip
10. ऑस्ट्रिया
प्रति सप्ताह लोगों द्वारा सबसे कम काम करने वाले देशों की सूची में ऑस्ट्रिया का स्थान दसवां है. वर्तमान समय में ऑस्ट्रिया में कर्मचारी प्रति वर्ष लगभग 1607 घंटे अर्थात औसतन प्रति सप्ताह लगभग 32.5 घंटे तक काम करते हैं.
Image source: easyJet.com
Comments
All Comments (0)
Join the conversation