आधुनिक दौर में स्टूडेंट्स के पर्सनलिटी डेवलपमेंट के लिये पढ़ाई के साथ-साथ एक्स्ट्रा करीकुलर एक्टिविटीज का होना भी बहुत ज़रूरी है। क्यूंकि एक्स्ट्रा करीकुलर एक्टिविटीज छात्रों में कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ाने में काफी सहायक होता है| छात्रों के मानसिक और शारीरिक विकास में भी यह बहुत आवश्यक है| कई बार ऐसा देखा गया है कि छात्र पढ़ाई में तो काफी अच्छा है लेकिन बाकि चीजों में वह खुद को सहज महसूस नहीं करता है जिस कारण वह लोगों से इंटरेक्ट करने में घबराता है और यह परेशानी आगे भी छात्रों के भविष्य में नकारात्मक परिणाम लाती है| आज हम इस आर्टिकल में कुछ ऐसे खास टिप्स बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप आसानी से अपने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ एक्स्ट्रा करीकुलर एक्टिविटीज में शामिल कर उनका मनोबल बढ़ा सकते हैं|
ग्रुप डिस्कशन:
ग्रुप डिस्कशन एक्टिविटी की मदद से छात्रों के कम्युनिकेशन स्किल्स में काफी बदलाव होता है| अक्सर देखा गया है कि कुछ छात्र दूसरों के साथ इंटरेक्शन में बहुत घबराते हैं ऐसे छात्रों को ग्रुप डिस्कशन में ज़रूर हिस्सा लेना चाहिए| ग्रुप डिस्कशन से छात्रों में सामर्थ्य, सामान्य ज्ञान, विषय के प्रति जागरूकता, आत्मविश्वास, सोचने व कम्युनिकेशन स्किल्स की क्षमता में उनके हित में अच्छे बदलाव आते हैं| इसतरह छात्रों में आत्मविश्वास कि भी वृद्धि होती है जो उनके विकास में लाभप्रद साबित हो सकता है| भविष्य में भी यह स्किल्स आपको आपके करियर के पहले पढ़ाव यानि इंटरव्यू में सहायक साबित होगी क्यूंकि जॉब पाने के लिए इंटरव्यू के अलावा ग्रुप डिस्कशन भी अब इंटरव्यू का एक हिस्सा है| मगर अब भी अनेक युवा ग्रुप डिस्कशन को लेकर उतने सहज नहीं हैं जितने वे रिटन एग्जाम या इंटरव्यू को लेकर होते हैं।
पौधारोपण :
पौधारोपण अभियान छात्रों में पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रमों की जानकारी और प्रदूषण के दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए जागरूकता लाने की एक अच्छी पहल है| इस तरह की एक्टिविटी से छात्रों में प्रदूषण और सफाई को लेकर ज़िम्मेदारी का मार्गदर्शन मिलता है तथा साथ ही साथ इस तरह की एक्टिविटीज छात्रों में सकारात्मकता लाने में काफी कारगर है|
स्पोर्ट्स :
आज हर देश में स्पोर्ट्स को आवश्यक और महत्वपूर्ण स्थान दिया जाता है। स्कूलों में बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए कई तरह के स्पोर्ट्स की व्यवस्था होती है| स्पोर्ट्स से छात्रों के अन्दर सहनशीलता आती है, बच्चे मिलनसार और उदार बनते हैं और जीवन में उन्नति के लिए इन गुणों का विकसित होना बहुत ज़रूरी है।
स्पोर्ट्स मनोरंजन का सबसे बड़ा साधन है। आजकल लोग कंप्यूटर या विडियो गेम को ज्यादा महत्व देने लगे हैं लेकिन उससे हमारा शारीरिक विकास नहीं हो सकता है। स्पोर्ट्स हमारें सभी तनावों को मुक्त कर देता हैं और हमें चुस्त बनाता है। यहाँ तक की आज-कल कई अच्छी यूनिवर्सिटीज में खेल कोटे के अंतर्गत छात्रों को दाखिले भी दिए जाते हैं| जिसके अंतर्गत आवेदन करने वाले छात्रों का ट्रायल होता है तथा होने वाले ट्रायल में उनका श्रेष्ट प्रदर्शन और संबंधित खेल के लिए उनका ज्ञान ही उन्हें दाखिला दिलाने में मददगार साबित होता है|
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संगीत और नृत्य :
संगीत और नृत्य एक ऐसी कला है जिसमें यदि बच्चों की रूचि है तो वह आगे चल कर इसमें अपना करियर भी बना सकते हैं| आजकल ऐसे कई रियलिटी शोज़ भी प्रचलित हैं जो आपको आगे बढ़ने और अपनी प्रतिभा को उभारने का मौका देती है तथा आप अपने पढ़ाई के साथ इस कला में भी अच्छा मुकाम हासिल कर सकते हैं और खुद को कामयाब बना सकते हैं लेकिन यह तभी संभव है जब आप अपनी पढ़ाई और एक्स्ट्रा करीकुलर एक्टिविटीज में समान रूप से समय दें|
कला (आर्ट) :
यह एक ऐसा माध्यम है जिसकी मदद से आप अपनी खुद कि भावनाओं को सबके सामने बड़ी ही खूबसूरती से बयाँ कर सकते हैं| कला में रूचि रखने वाले छात्र इस फील्ड में अपना करियर चुन सफलता कि ऊँचाइयों तक पहुँच सकते हैं| भारत के कई ऐसे महान हस्ती हैं जैसे- ऍम. अफ़ हुसैन, राजा रवि, अमृता शेरगिल आदि जिन्होंने इस प्रतिभा में सफलता प्राप्त की है|
निष्कर्ष : इस आर्टिकल में हमने आपको जो टिप्स बताएं हैं वह आपके प्रतिभा को उभारने के साथ साथ आपके भविष्य में भी सफलता प्राप्त करने में मददगार साबित होगा तथा साथ ही साथ आपके स्टूडेंट लाइफ में कई अच्छे अनुभव जोड़ता जाएगा|
शुभकामनायें !!
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