SSC: एक नजर
कर्मचारी चयन आयोग (SSC) केंद्र सरकार की आधिकारिक भर्ती एजेंसी है. यह केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों के लिए ग्रुप बी और ग्रुप सी (तकनीकी और गैर– तकनीकी दोनों) पदों पर भर्ती की प्रक्रिया का संचालन करती है. भर्ती प्रक्रिया अखिल भारतीय आधार पर खुली प्रतियोगी परीक्षा के रूप में आयोजित होती है. आमतौर पर क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड, रीजनिंग, अंग्रेजी भाषा और सामान्य जागरुकता जैसे विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं हालांकि तकनीकी भर्ती के लिए संबंधित पेशेवर जानकारी से संबंधित पेपर भी होता है.
SSC पेपर्स की विश्लेषण: पिछले वर्ष के पेपर को गंभीरता से कैसे समझें?
जिस परीक्षा की हम बात कर रहे हैं वह एक विशेष सिलेबस और पैटर्न पर आधारित है और इनके बारे में जानने का सबसे अच्छा तरीका है कि हम बीते वर्षों के प्रश्न पत्रों को देखें. चूंकि SSC की परीक्षा सालाना और नियमित रूप से होती है, इसके पेपर के पैटर्न और कठिनाई का स्तर बीते वर्ष के पेपर को देख कर आसानी से समझा जा सकता है. SSC आकांक्षियों के लिए पिछले वर्ष के पेपर पर शोध क्यों आवश्यक है, यहां उसकी कुछ वजहें बताई गयी हैं–
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पैटर्न को समझना
SSC परीक्षा के लिए प्रश्न पेपर के विश्लेषण का यह सबसे महत्वपूर्ण पहलू है. प्रत्येक परीक्षा का एक पैटर्न होता है और SSC कोई अपवाद नहीं है. पिछले वर्ष के पेपर को देखने से आपको परीक्षा में सफल होने के लिए किस प्रकार तैयारी करें, इसका अंदाजा हो जाएगा.
SSC प्रश्नों की पुनरावृत्ति करता हैं
यह सर्वमान्य तथ्य है कि SSC सभी सेक्शंस में प्रश्नों को दुहराता है इसलिए यदि उम्मीदवार बीते दस वर्षों के SSC पेपर को हल कर लेता है, तो उसके लिए परीक्षा में उच्च अंक प्राप्त करने का अच्छा अवसर बन जाता है|
कठिनाई के स्तर का अनुमान
किसी परीक्षा की तैयारी शुरु करने से पहले, आपको उस परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों की कठिनाई के स्तर के बारे में अच्छे से पता होना चाहिए. इसके लिए बीते वर्षों के पेपर सबसे अच्छे स्रोत होते हैं क्योंकि ये उपलब्ध संसाधानों में सर्वाधिक प्रामाणिक होते हैं.
पैटर्न से परिचित होना
SSC परीक्षाओं में सफल होने के लिए अभ्यास सबसे महत्वपूर्ण है. अभ्यास के बिना तैयारी कभी पूरी नहीं हो सकती और अभ्यास के लिए बीते वर्षों का पेपर सबसे अच्छी सामग्री होती है क्योंकि ये वे प्रश्न होते हैं जो परीक्षा में पूछे जा चुके होते हैं और साथ ही यह संबंधित नौकरी के लिए प्रतिस्पर्धा में शामिल आकांक्षियों से जिस स्तर के ज्ञान की आशा की जाती है, का भी अंदाजा देता है.
परीक्षा को समझना
प्रश्न तैयार करने वालों के मस्तिष्क को समझने का सबसे अच्छा तरीका है प्रश्न पत्र. परीक्षा से पहले नौकरी के लिए वास्तविक जरूरत को समझना बहुत आवश्यक है क्योंकि इसे समझे बिना, आप तैयारी शुरु नहीं कर सकते. बीते वर्षों के प्रश्न पत्र आपको परीक्षक की मनोस्थिति के बारे में सटीक आईडिया देते हैं और भावी परीक्षाओं के लिए यह प्रभावी तरीके से तैयारी में मदद करता है.
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क्या महत्वपूर्ण है और क्या नहीं, यह जानना
किसी भी प्रतियोगी परीक्षा का सिलेबस समुद्र के जैसा विशाल होता है. बीते वर्षों के पेपर को देख कर आप यह समझ सकते हैं कि आपको किस विषय पर अधिक मेहनत करनी है और किस पर नहीं क्योंकि निश्चित रूप से यह परीक्षा में पूछा जाने वाला है. ऐसा करने से आकांक्षी के लिए तैयारी करना आसान हो जाता है|
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