इंजीनियरिंग परीक्षा में अधिकतम अंक प्राप्त करने के लिए 9 सरल टिप्स

Aug 14, 2017, 17:05 IST

इंजीनियरिंग परीक्षा दो तरीखों की हो सकती हैi दाखिला लेने से पहले और दाखिला लेने के बाद की परीक्षा। इस आर्टिकल में आप जानेंगे  इंजीनियरिंग में दाखिला लेने के बाद की परीक्षा में अच्छा परफॉर्म करने के 9 टिप्स।

 

How to perform well in Engineering exam
How to perform well in Engineering exam

गलतियाँ हर इन्सान से होती हैंl लेकिन हम कैसे उन्हें सुधारते हैं, वो हमें परिभाषित करता है।

गलतियों से आप हर स्थिति में कुछ सीख सकते हैं और सकारात्मक रूप से आगे बढ़ सकते हैं।

Raj Kumar Thenua, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार विभाग में आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज, आगरा के प्रोफेसर अपने 7 सालों  के अनुभव से बताते हैं के जब हम exam देते हैं तो कई मूर्खतापूर्ण गलतियाँ कर देते हैंI अगर हम अपनी इन गलतियों से बचते हैं तो exam  में बेहतर परफॉर्म कर सकते हैं।

इंजीनियरिंग की परीक्षा 2 प्रकार की होती हैं।

  • इंजीनियरिंग में दाखिला लेने के लिए परीक्षा

JEE(Joint Entrance Exam) Main, JEE Advanced, UPSEE(Uttar Pradesh State Entrance Exam), BITSAT(Birla Institute of Technology and Science Aptitude Test), VITEEE अन्य कई परीक्षाएँ हैं जिनसे इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लिया जाता है।

  • इंजीनियरिंग में दाखिला लेने के बाद की परीक्षा

इंजीनियरिंग 8 semesters में विभाजित किया गया है। एक Semester 6 महीने का होता हैI हर semester के बाद परीक्षा होती है।

आइए जानते हैं 9 ऐसी टिप्स जिनके माध्यम से आप इंजीनियरिंग में दाखिला लेने के बाद की परीक्षा में अच्छा परफॉर्म कर सकते हैं:

(i) पेज write up को नियंत्रित करें

यह ज़ाहिर सी बात है कि आप उन को सबसे पहले करते हैं जो आपको अच्छी तरह से आते हैं और उन प्रश्नों के उत्तर में आप ज़्यादा से ज़्यादा लिखते हैं क्योंकि वे आपको अच्छी तरह से आते हैंl यही हमारे लिए समस्या का कारण होता है क्योंकि एक निर्दिष्ट समय में हमें कुछ पृष्ठ लिखने हैं और हम उन्हीं प्रश्नों में इतना समय लगा देते हैं जिसके कारण अन्य प्रश्नों को उतना समय नहीं देते हैंl इसीलिए हमें यह ध्यान में रखना चाहिए कि हर प्रशन में उतना ही समय दें और पृष्ठ लिखें जितना ज़रूरी है।

(ii) समय प्रबंधन करना सीखें

अगर आपने टाइम मैनेज नहीं किया तो आप अपना पूरा पेपर नहीं कर सकते हैंl जैसे अगर कोई 10 अंक का प्रश्‍न है तो उसमे आपको 15 मिनट लेने चाहिए, 5 अंक के प्रश्‍न में 10 मिनट और 2 अंक के प्रश्‍न में 5 मिनट लेने चाहिएl अगर आप ऐसे टाइम को मैनेज करके चलेंगे तो अवश्य ही पूरा पेपर कर सकेंगेl कुछ प्रश्नों में ज़्यादा समय भी लग सकता है और कुछ में कम भी लग सकता हैं इसीलिए आप 3 घंटों को 3 विभाग में विभाजित कर सकते हैं। हर एक घंटें बाद आप ये देखें के आप ज़्यादा समय तो नहीं ले रहे हैं और उसी हिसाब से अपनी स्पीड को बनाए रख सकते हैं।

(iii) उचित लेबलिंग के साथ स्पष्ट diagrams बनाएँ

एक digram तभी प्रोपर होगा जब उसकी अच्छे से लेबलिंग होगी। अगर आप ऐसा प्रश्‍न लिख रहें हैं जिसमें diagram हैं तो diagram में फोकस करिए क्योंकि वही आपको अंक दिलाएगा।  अगर अपने diagram बहुत सुंदर बनाया है तो theory पर ज़्यादा ध्यान नहीं जाएगाl इसीलिए diagram को सुंदर बनाइए।

(iv) एक बॉक्स या एक लाइन से गलत हिस्सा काटें

पेपर में कोई गलती होने पर अक्सर हम उसे काट देते हैं परन्तु उससे हमारे प्रदर्शन पर बहुत असर पड़ता है। इसीलिए हमे ध्यान में रखना चाहिए कि गलतियों को एक बॉक्स से या एक लाइन से काटेंl अगर पेपर का प्रदर्शन अच्छा है तो निश्चित रूप से अंको पर फर्क पड़ता है।

(v) स्पष्ट और सही प्रश्‍न संख्या लिखें

कई बार प्रश्‍न की संख्या गलत लिखने पर काफ़ी अंक कट जाते हैं। इसीलिए हमेशा यह ध्यान में रखें की प्रश्नों की संख्या उचित लिखें और क्रमपूर्वक लिखेंl हमेशा प्रयास करें कि प्रश्‍न का पूरा उत्तर एक ही साथ हो इससे परीक्षक को आसानी होगी।

(vi) पहले किए गए प्रश्‍न को दोहराएँ नहीं

कई बार कोई प्रश्‍न ना आने पर कई छात्र पहले किया गया प्रश्‍न दुबारा से कर देते हैं लेकिन हमें इस प्रकार नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे हम अपना समय भी व्यर्थ करते हैं और परीक्षक के दिमाग में अपना प्रभाव भी।

(vii) Overwriting ना करें

Overwrltlng करने से पेपर के प्रेजेंटेशन पर काफ़ी प्रभाव पड़ता है। Overwriting अक्सर छात्र तब करते हैं जब उन्हें कोई polnt बाद में याद आता है लेकिन उससे परीक्षक को आपका उत्तर पढने में कठिनाई होती है। इसीलिए इससे बचने का प्रयास करेंl परीक्षक की अटेंशन लेने के लिए आप हैडिंग को दुसरे पेन से हाईलाइट भी कर सकते हैं।

(viii) पन्नों को खाली ना छोड़ें

कई बार गलती से छात्रों से पन्ने खली छूट जाते हैं और परीक्षक को बहुत सारे पेपर चेक करने होते हैं इसीलिए जल्दबाज़ी में परीक्षक आपके खाली पन्नों के आगे के पन्ने चेक नहीं कर पातेl इस बात का ध्यान रखें की पन्ने खाली ना छोड़ें।

(ix) अपनी पहचान को disclose ना करें

कई बार छात्र कुछ sympathy नोट लिख देते हैं लेकिन उससे आपको extra नंबर नहीं मिलेंगे क्योंकि परीक्षक के पास यूनिवर्सिटी से आर्डर होता है चीज़ों पर extra मार्क्स ना देने के लिए कई छात्र अन्य कई चीज़े लिख देते हैं जिससे उनका पेपर रद्द होने की भी सम्भावना होती है।

इन सभी points को पढ़कर और अपने पेपर के वक्त लागू करने पर अवश्य ही आप अपने पेपर में अच्छा परफॉर्म करेंगे।

JEE के लिए दूसरा प्रयास?? आइए जानें JEE 2018 में सिलेक्शन के लिए क्या करना और क्या नहीं करना चाहिए।

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Jagran Josh
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Education Desk

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