26 जुलाई, कारगिल विजय दिवस के मौके पर दैनिक जागरण (Dainik Jagran) द्वारा आयोजित ‘भारत रक्षा पर्व’ देशभर में एक सशक्त राष्ट्रभक्ति की भावना का प्रतीक बना। ‘One Nation. One Anthem.’ की थीम के तहत पूरे भारत के 60 स्थानों पर एक साथ तिरंगा फहराया गया और हजारों लोगों ने एक साथ जन गण मन गाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। यह पहल सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि देशवासियों और भारतीय सेना के बीच भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक बनी।
60 स्थान, एक ध्वज, एक स्वर
इस आयोजन के तहत, देश के विभिन्न शहरों, कस्बों और गांवों में स्कूलों से लेकर सार्वजनिक स्थलों तक लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। 50,000 से अधिक नागरिकों ने राष्ट्रध्वज के सम्मान में एक साथ जन गण मन गाया। जैसे ही 60 स्थानों पर तिरंगा एक साथ आसमान में लहराया, यह क्षण देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत हो उठा।
वीरों की शहादत को समर्पित
इस आयोजन का उद्देश्य केवल कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि देना नहीं था, बल्कि यह एक संदेश था कि स्वतंत्रता का बहुत ही मूल्य होता है और उसे बनाए रखने की जिम्मेदारी हर नागरिक की होती है। तिरंगा फहराना सिर्फ प्रतीक नहीं, बल्कि यह संवेदनाओं और समर्पण का आह्वान था।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों से भरा राष्ट्रभक्ति का रंग
देश में हर आयोजन स्थल पर छात्रों ने देशभक्ति गीत गाए, नृत्य प्रस्तुतियां दीं और भारतीय सेना के आदर्शों को अपनाने की शपथ ली। पूर्व सैनिकों, सामाजिक नेताओं और आम नागरिकों ने कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होकर सेना के प्रति आभार और प्रतिबद्धता जताई।
भावनात्मक जुड़ाव का कार्यक्रम
भारत रक्षा पर्व का उद्देश्य सिर्फ श्रद्धांजलि देना नहीं, बल्कि जन-जन को सैनिकों की कहानियों और बलिदानों से जोड़ना है। यह पहल लोगों और वर्दीधारी सैनिकों के बीच भावनात्मक पुल का कार्य करती है ताकि हर भारतीय सेना के साथ खड़ा महसूस करे।
हर दिल में फहराया तिरंगा
इस खास दिन, तिरंगा सिर्फ आकाश में नहीं लहरा, बल्कि हर भारतीय के हृदय में भी फहरा और देश के लिए प्रेम और गर्व की भावना उमड़ पड़ी।
भारत रक्षा पर्व क्या है?
दैनिक जागरण (Dainik Jagran) परिवार पिछले दो दशकों से भारत रक्षा पर्व(BRP) को सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि एक आत्मीय परंपरा के रूप में पोषित कर रहा है। रक्षाबंधन की पवित्र भावना से प्रेरित यह पर्व सैनिकों और नागरिकों को भाई-बहन के रिश्ते में जोड़ता है, जहां प्रेम और कृतज्ञता सैनिकों की ढाल बन जाती है।
ग्रामीण अंचलों से लेकर महानगरों तक, स्कूलों से लेकर घरों तक, भारत रक्षा पर्व हजारों नागरिकों को एकजुट करता है। हाथों से बनी राखियों, भावुक पत्रों, देशभक्ति रैलियों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से यह पर्व सैनिकों के प्रति गर्व और श्रद्धा की अभिव्यक्ति बन गया है।
भारत रक्षा पर्व आज भी हर भारतीय को यह याद दिलाता है कि हमारी आज़ादी का हर पल किसी के बलिदान की गवाही देता है और उस बलिदान को सम्मान देना, हर नागरिक का कर्तव्य है।
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