दिल्ली में आयोजित होने वाले G-20 समिट को देखते हुए दिल्ली प्रशासन ने समिट के सफल आयोजन के लिए अभी से तैयारियों में लग गया है. G-20 समिट की तैयारियों से जुड़ी टीमें, दिल्ली पुलिस, सेंट्रल इंटेलिजेंस और सिक्योरिटी एजेंसियों के बीच इसे लेकर कई अहम फैसले लिए जा चुके है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने पहले ही G20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर दिल्ली में 8 से 10 सितंबर तक सार्वजनिक अवकाश घोषित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी. इन तारीखों पर एमसीडी कार्यालयों सहित सभी स्कूल, सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे.
Delhi Traffic Police clarifies the whole of Delhi is open from 8th to 10th September during #G20Summit except for some areas in New Delhi District.
— All India Radio News (@airnewsalerts) September 6, 2023
Delhi Traffic Police says only a particular area in New Delhi District, where #G20Summit2023 is being organized, has been… pic.twitter.com/4VILFW9H7C
समिट को लेकर क्या है तैयारियां?
गौरतलब है कि भारत की अध्यक्षता में पहली बार G-20 समिट का आयोजन किया जा रहा है. दिल्ली में इसके आयोजन की घोषणा पहले ही की जा चुकी है. इस सम्मेलन में अमेरिका सहित 20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और उनके प्रतिनिधिमंडल भाग लेंगे.
यह शिखर सम्मेलन 9 से 10 सितम्बर तक दिल्ली में आयोजित किया जायेगा. उस समय की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए तैयारियों से जुड़ी टीमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं कर रही है. इस आयोजन से दिल्ली में सामान्य गतिविधि प्रभावित होगी.
इसके मद्देनजर दिल्ली के स्कूल, कॉलेजों सहित संस्थाओं को बंद रखने का फैसला लिया गया है. साथ ही प्राइवेट सेक्टर को वर्क फ्रॉम होम के लिए कहा जा सकता है. वहीं मेडिकल इमरजेंसी के लिए आवाजाही में छूट दी जाएगी. इसका सबसे ज्यादा असर दिल्ली-गुड़गांव रूट पर देखने को मिल सकता है, जिसे पूरी तरह बंद करने का प्लान है.
'नो एंट्री जोन' बन जायेगा दिल्ली:
G-20 समिट को देखते हुए उन्ही गाड़ियों को चलने दिया जायेगा जो जरुरी होंगी साथ ही चुनींदा वाहनों के लिए विशेष पास जारी किये जायेंगे. वहीं सामान्य लोगों के लिए दिल्ली को पूरी तरह 'नो एंट्री जोन' बना दिया जायेगा. G-20 समिट को देखते हुए सुरक्षा ने विशेष प्रबंध किये जा रहे है.
9 और 10 सितंबर को शिखर सम्मेलन के दौरान प्रगति मैदान में भारत मंडपम सहित नई दिल्ली क्षेत्र में प्रतिष्ठान बंद रहेंगे. धौला कुआँ, खान मार्केट, जनपथ और भीकाजी कामा प्लेस को "संवेदनशील क्षेत्र" के रूप में नामित किया गया है.,लेकिन कोई भी बाजार बंद नहीं होगा.
शिखर सम्मेलन के दौरान नई दिल्ली क्षेत्र में क्लाउड किचन और डिलीवरी सर्विसेज की अनुमति नहीं दी जाएगी. हालाँकि, किराना स्टोर, एटीएम और मेडिकल स्टोर जैसी आवश्यक सेवाएँ विनियमित क्षेत्र में खुली रहेंगी. नियंत्रित क्षेत्र में कारों और साइकिलों सहित वाहनों की आवाजाही की अनुमति नहीं होगी.
नई दिल्ली के नियंत्रित क्षेत्र के सभी थिएटर और रेस्तरां बंद रहेंगे. कुछ राष्ट्राध्यक्ष मौर्य शेरेटन, लोधी होटल और हयात जैसे विशिष्ट होटलों में रुकेंगे. जिस कारण ये फैसले लिए गए है.
G-20 समिट के दौरान दो दिन शनिवार-रविवार पड़ रहे है ऐसे में प्रशासन ने 8 से 10 सितंबर तक छुट्टी का फैसला लिया है. वहीं, 7 सितंबर को जन्माष्टमी है, ऐसे में योजना यह बनाई जा रही है कि 6 से ही दिल्ली में पाबंदियों को लागू किया जाये.
मेट्रो को लेकर क्या है अलर्ट:
राजधानी शहर में कहीं भी यात्रा करने के लिए मेट्रो सेवाएं चालू रहेंगी. यदि आप सेंट्रल दिल्ली के किसी भी क्षेत्र में जाना चाहते हैं, तो प्लान के अनुसार विकल्प चुनें. इस दौरान मोती बाग, भीकाजी कामा प्लेस, मुनिरका, आरके पुरम, आईआईटी और सदर बाजार छावनी मेट्रो स्टेशन बंद रहेंगे. खान मार्केट में गेट नंबर 1, 2 और 3 बंद रहेंगे, जबकि गेट नंबर 4 प्रवेश और निकास दोनों के लिए खुला रहेगा.
इन होटलों में ठहरेंगे मेहमान:
दिल्ली सहित एनसीआर के 32 होटलों में विदेशी मेहमानों के ठहरने की व्यवस्था की गयी है. जिनमें प्रमुख रूप से जाकिर हुसैन मार्ग स्थित दा ओबराय, इंपीरियल कनॉट प्लेस, आईटीसी मोर्या, मान सिंह रोड़ स्थित ताज महल, दा लीला पैलेस, हयात रीजेंसी बीकाजी कामा प्लेस, विवांता ताज द्वारका जैसे बड़े होटल शामिल है.
G-20 के बारें में:
G20 या ग्रुप ऑफ़ ट्वेंटी एक अंतरसरकारी प्लेटफार्म है जिसमें 19 देश और यूरोपीय संघ (EU) शामिल हैं. G20 की स्थापना 1999 में कई विश्व आर्थिक संकटों को देखते हुए की गई थी. G20 की अध्यक्षता किस सदस्य राष्ट्र को मिलेगी इसके लिए, यूरोपीय संघ को छोड़कर सभी सदस्यों को पांच अलग-अलग समूहों में बांटा गया है.
G20 सदस्य देशों का वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 85 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार में 75 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है. साथ ही इन देशों में विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी निवास करती है इसलिए ग्रुप का महत्व और बढ़ जाता है.
G20 में शामिल सदस्य देश:
G20 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं.
भारत और G20 एजेंडा:
प्रारंभिक रूप से G20 एजेंडा, एक समावेशी प्रारूप में संप्रभु ऋण की स्थिरता और वैश्विक वित्तीय स्थिरता पर केंद्रित है. साथ ही इसके एजेंडे में सबसे बड़ी विकासशील अर्थव्यवस्थाओं को समान भागीदार के रूप में लाना भी शामिल है. G20 में भारत की भागीदारी भी अहम है क्योंकि भारत प्रमुख विकासशील अर्थव्यवस्था के रूप में अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक और वित्तीय प्रणाली की स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है.
Delhi Government issues Gazette notification of Restrictions to be imposed during #G20Summit beginning 9 September.#G20Summit2023 #G20India #G20SummitDelhi #G20IndiaPresidency@g20org @G20_Bharat pic.twitter.com/PTLcgYgPmi
— All India Radio News (@airnewsalerts) September 6, 2023
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