आज का भारत हर क्षेत्र में प्रगति की राह पर है, स्पेस, रक्षा, चिकित्सा, शिक्षा, टेक्नोलॉजी और इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में भारत ने अतुलनीय प्रगति की है. इसी कड़ी में भारत ने एक और उपलब्धि हासिल करते हुए देश की पहली अंडरवॉटर मेट्रो टनल का निर्माण कर एक नई मिसाल पेश की है.
भारत की पहली अंडरवॉटर मेट्रो टनल का निर्माण कोलकाता में हुगली नदी पर किया गया है. जिसका उद्घाटन पीएम मोदी ने किया. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 मार्च को कोलकाता में इसे देश को समर्पित किया.
आपकी जानकारी के लिए बात दें कि कोलकाता मेट्रो देश का सबसे पुराना मेट्रो रेल सिस्टम है. इसका इतिहास लगभग 40 वर्ष पुराना है. यह निर्माण कार्य प्रधानमंत्री मोदी के 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को और मजबूती प्रदान करता है.
भारत की पहली अंडरवॉटर मेट्रो टनल:
कोलकाता में हुगली नदी के नीचे बनी यह अंडरवॉटर मेट्रो टनल ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर का हिस्सा है, जो कोलकाता मेट्रो प्रोजेक्ट के कई फेजों में से एक है. इसके संचालन से कोलकाता में लोगों का सफ़र और आसान और सुविधाजनक हो जायेगा और लोग कम समय में अपनी यात्रा पूरी कर सकेंगे.
भारत का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन:
यह अंडरवॉटर मेट्रो टनल कोलकाता की हुगली नदी के नीचे बनाई गई है जो 'हावड़ा मैदान' को एस्प्लेनेड से जोड़ेगी. जिससे यात्रियों को एक अनोखा अनुभव मिलेगा. कोलकाता मेट्रो के इस फेज के एक बार शुरू हो जाने के बाद हावड़ा देश का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन बन जाएगा, जो सतह से 32 से 33 मीटर नीचे स्थित है.
यात्रा समय में आयेगी कमी:
इस ट्रेन से यात्रियों के लिए यात्रा समय में काफी कमी आने वाली है. कोलकाता की ग्रीन लाइन पूर्वी कोलकाता के सेक्टर V और फूलबागान के बीच 6.97 किमी की छोटी दूरी तक फैली हुई है. हालाँकि, मेट्रो के इस नए फेज के साथ, ट्रेन हुगली नदी के नीचे से गुजरते हुए सेक्टर V से हावड़ा तक की लंबी दूरी केवल 27 मिनट में तय करेगी.
अंडरवॉटर मेट्रो टनल हाईलाइट्स:
- कोलकाता मेट्रो के हावड़ा मैदान-एस्प्लेनेड सेक्शन "भारत में किसी भी नदी के नीचे" पहली अंडरवॉटर परिवहन टनल है. साथ ही हावड़ा मेट्रो स्टेशन भारत में सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन बन गया है.
- हावड़ा मैदान-एस्प्लेनेड सेक्शन हुगली नदी के नीचे से गुजरता है, जिसके पूर्वी और पश्चिमी तट पर कोलकाता और हावड़ा शहर स्थित हैं.
- कोलकाता मेट्रो ने अप्रैल 2023 में इतिहास रचते हुए देश में पहली बार हुगली नदी के नीचे एक टनल में अंडरवॉटर परिवहन का सफल ट्रायल किया.
- हावड़ा मैदान और एस्प्लेनेड के बीच 4.8 किमी की दूरी हावड़ा मैदान और आईटी हब साल्ट लेक सेक्टर V के बीच ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर का दूसरा सेक्शन है. मेट्रो हुगली नदी के नीचे 520 मीटर की दूरी 45 सेकंड में तय करगी.
- ईस्ट-वेस्ट मेट्रो की कुल 16.6 किमी लंबाई में से, अंडरग्राउंड कॉरिडोर 'हावड़ा मैदान' और फूलबागान के बीच 10.8 किमी का है, जिसमें हुगली नदी के नीचे अंडरवॉटर टनल भी शामिल है.
- पूर्व-पश्चिम स्ट्रेच का एस्प्लेनेड-सियालदह सेक्शन अभी पूरी तरह से तैयार नहीं है. लेकिन ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर का साल्ट लेक सेक्टर V से सियालदह तक का हिस्सा वर्तमान में व्यावसायिक रूप से चालू है.
एयरटेल कनेक्टिविटी प्रदान करेगा:
देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी में से एक एयरटेल ने हुगली नदी की सतह से 35 मीटर नीचे उच्च क्षमता वाले नोड्स स्थापित करके मेट्रो यात्रियों के लिए निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने की योजना की घोषणा की है. इसकी मदद से यात्रियों को अंडरवॉटर भी अच्छी कनेक्टिविटी मिलेगी.
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