G20 Summit in Srinagar: जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर में आज से तीसरी G20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक भारत की अध्यक्षता में आयोजित की जा रही है. जिसकों लेकर घाटी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए है.
इस तीन दिवसीय बैठक के मद्देनजर सुरक्षा को हाई अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही आयोजन स्थल के आस-पास के क्षेत्रों पर विशेष निगरानी की जा रही है. इस बैठक में चीन और तुर्की के प्रतिनिधि शामिल नहीं हो रहे है.
#WATCH | Delegates arriving in Srinagar for the 3rd G20 Tourism Working Group meeting, receive a warm welcome at the airport.
— ANI (@ANI) May 22, 2023
(Video: J&K Department of Information and Public Relations) pic.twitter.com/xouQyQYqmE
राज्य में विशेष दर्जे के समाप्त होने के बाद बड़ा आयोजन:
वर्ष 2019 में जम्मू और कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने के बाद यह पहला मौका है जब राज्य में पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय आयोजन किया जा रहा है. भारत की अध्यक्षता के तहत G20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक 22 से 24 मई को श्रीनगर में आयोजित की जा रही है.
NSG और MARCOS कमांडो लगे है सुरक्षा में:
इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन को देखते हुए देश की सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर है. किसी भी आतंकी घटना को रोकने के लिए सुरक्षा के लिए NSG और MARCOS कमांडो को भी तैनात किया गया है. साथ ही जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (SOG) को कई जगहों पर तैनात किया गया है.
आयोजन को लेकर चीन ने जताई थी आपत्ति:
जम्मू और कश्मीर में इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन को लेकर भारत के पड़ोसी देश चीन ने आपत्ति जताई थी और इसे विवादित क्षेत्र बताया था. चीन की इस रुख पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई और और इसे अपना अभिन्न अंग बताया.
चीन ने पाकिस्तान के साथ एक संयुक्त बयान जारी कर इस पर सवाल उठाये थे. चीन इस बैठक में शामिल नहीं हो रहा है. पाकिस्तान ने भी G20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक के श्रीनगर में आयोजन का विरोध किया है.
मेहमानों के स्वागत के लिए सजा श्रीनगर:
G20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक में शामिल हो रहे विभिन्न देशों के मेहमानों के स्वागत के लिये पूरे श्रीनगर को सजाया गया है. श्रीनगर शहर की दीवारों और सड़कों को सजाया गया है. श्रीनगर में इस बैठक के आयोजन का उद्देश्य राज्य सहित देश में पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा देना है. साथ ही घाटी में पर्यटन में नए अवसरों की तलाश करना है.
भारत ने जताया कड़ा विरोध:
विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने चीन और पाकिस्तान की आपत्तियों पर कड़ा विरोध दर्ज करते हुए कहा कि "G20 बैठकें पूरे भारत में, सभी शहरों और भारत के कुछ हिस्सों में आयोजित की जा रही हैं. इसलिए जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में बैठकें आयोजित करना स्वाभाविक है क्योंकि ये भारत के अविभाज्य हिस्से हैं."
G20 के बारें में:
G20 का गठन 1999 में G7 देशों द्वारा किया गया था, इसका गठन 1990 के दशक के उत्तरार्ध के वित्तीय संकट को देखते हुए किया गया था जो मुख्य रूप से पूर्वी एशिया और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों को प्रभावित किया था.
G20 के तहत प्रतिवर्ष इसमें शामिल देश G20 शिखर सम्मेलन का आयोजन करते है. वर्ष 2023 में इसका आयोजन भारत की अध्यक्षता में किया जा रहा है.
G20 में शामिल देश:
अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपियन यूनियन.
Artists rehearsing cultural Kashmiri dance at SKICC in Srinagar ahead of #G20 meeting to be held from 22-24 May.#G20Kashmir | #G20India | @g20org pic.twitter.com/EOmy2X316Q
— All India Radio News (@airnewsalerts) May 21, 2023
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