भारत और ब्रिटेन ने अपनी मजबूत दोस्ती को दर्शाते हुए एक बार फिर से हाथ मिला लिया है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वक्त ब्रिटेन के दौरे पर हैं। बतौर प्रधानमंत्री यह उनकी चौथी मुलाकात है। बता दें कि गुरुवार को ब्रिटेन और भारत ने एक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किया है। दोनों देशों के बीच हुए इन समझौते के बाद कपड़ा से लेकर व्हिस्की और कारों समेत सभी वस्तुओं पर टैरिफ में कटौती की जाएगी। इसके साथ ही व्यवसायों के लिए बाजार तक अधिक पहुंच सुनिश्चित करने के पक्ष में समझौता पेश किया गया है।
तीन साल की रुक-रुक कर बातचीत के बाद, इस व्यापार समझौते पर बातचीत मई में संपन्न हुई थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुरू किए गए टैरिफ विवाद के बीच, दोनों पक्षों ने समझौते पर पहुंचने के लिए तेज़ी से प्रयास किए।
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क्या है पीएम मोदी का कहना
पीएम मोदी ने इसपर कहा, "यह समझौता मात्र आर्थिक साझेदारी नहीं है, बल्कि साझा समृद्धि की योजना है। भारतीय टेक्सटाइल, फुटवियर, जेम्स एंड ज्वेलरी, सी फ़ूड और इंजीनियरिंग उत्पादों को ब्रिटेन में बेहतर पहुंच मिलेगी। भारत के कृषि उत्पाद और प्रोसेस्ड फ़ूड इंडस्ट्री के लिए ब्रिटेन के बाज़ार में बेहतर अवसर बनेंगे।"
"पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत के किसानों, मछुआरों और एमएसएमई सेक्टर के लिए यह समझौता बेहद ही खास होने वाला है, जो भारतीयों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध होने वाला है। दूसरी ओर, ब्रिटेन में निर्मित उत्पाद, जैसे चिकित्सा उपकरण और एयरोस्पेस पार्ट्स, भारत के लोगों और उद्योग के लिए सुलभ और सस्ती दरों पर उपलब्ध होंगे।
भारत और ब्रिटेन ऐतिहासिक व्यापार समझौते से जुड़े 10 प्रमुख बातें
1) कारों पर, भारत एक कोटा प्रणाली के तहत, जिसे धीरे-धीरे उदार बनाया जाएगा, शुल्क को वर्तमान 110% से घटाकर पांच वर्षों के अंदर 10% कर दिया जाएगा। बदले में, भारतीय निर्माताओं को इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों के लिए ब्रिटिश बाज़ार में प्रवेश मिलेगा, वह भी एक कोटा प्रणाली के तहत।
2) व्यापार समझौते के तहत, स्कॉच व्हिस्की पर शुल्क तुरंत 150% से घटकर 75% हो जाएगा और अगले दशक में 40% तक कम हो जाएगा। ब्रांडी और रम जैसे पेय पदार्थों पर शुल्क शुरू में 110% और अंत में 75% पर ही रहेगा।
3) ब्रिटेन को भारत से होने वाले 99% निर्यात, जिसमें कपड़ा भी शामिल है, को शून्य शुल्क का लाभ मिलेगा, और ब्रिटेन को अपनी 90% टैरिफ लाइनों में कटौती का लाभ मिलेगा, जिससे ब्रिटिश फर्मों पर औसत टैरिफ 15% से घटकर 3% हो जाएगा।
4) 2040 तक ब्रिटिश आर्थिक उत्पादन में 4.8 बिलियन पाउंड प्रति वर्ष की वृद्धि, 2024 में ब्रिटेन के सकल घरेलू उत्पाद 2.6 ट्रिलियन पाउंड की तुलना में कम है।
5) ब्रिटिश सरकार के अनुसार इस समझौते से ब्रिटिश अर्थव्यवस्था में हर साल 4.8 अरब पाउंड प्रति वर्ष का योगदान रहेगा।
6) मोदी ने इस समझौते को "हमारी साझा समृद्धि का खाका" बताया और इस बात पर ज़ोर दिया कि कैसे कपड़ा से लेकर आभूषण और समुद्री खाद्य तक, भारतीय वस्तुओं को बेहतर बाज़ार पहुंच मिलेगी।
7) दोनों देशों ने रक्षा और जलवायु जैसे क्षेत्रों में साझेदारी पर भी सहमति जताई और अपराध से निपटने में सहयोग को मज़बूत करने का लक्ष्य रखा।
8) ब्रिटिश प्रधानमंत्री स्टार्मर के अनुसार इस समझौते से पूरे ब्रिटेन में 2,200 से ज्यादा नौकरियां पैदा होंगी।
9) समझौते के अनुसार जो भारतीय कर्मचारी अस्थायी रूप से ब्रिटेन जाएंगे और दूसरी ओर जो ब्रिटिश कर्मचारी अस्थायी रूप से भारत में काम करेंगे, उन्हें सिर्फ अपने देश में ही सामाजिक सुरक्षा योगदान देना होगा।
10) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2030 तक होने वाले निर्यात के 1 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ने का लक्ष्य रखा है और इस मक़सद में ब्रिटेन सबसे ज्यादा प्राथमिकता वाला व्यापारिक साझेदार है।
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