भारत के चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय और राज्य राजनीतिक दलों की सूची में संशोधन करते हुए नई लिस्ट जारी की है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (AAP) को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया गया है.
शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस से नेशनल पार्टी का दर्जा छीन लिया गया है.
Aam Aadmi Party (AAP) is recognized as a national party. The status of NCP, CPI and AITC as a national political party has been withdrawn. NCP and AITC will be recognized as state parties in Nagaland and Meghalaya respectively: Election Commission of India pic.twitter.com/o6SDuhDFdg
— ANI (@ANI) April 10, 2023
'आप' कैसे बनी नेशनल पार्टी?
दिल्ली की सत्ता में काबिज 'आप' ने बढ़िया प्रदर्शन करते हुए पंजाब में सत्ता में आई जिस कारण पार्टी का प्रभाव दिल्ली के बाहर के राज्यों में शुरू हुआ. पिछले लोकसभा चुनाव में भी 'आप' ने पंजाब में अच्छा प्रदर्शन करते हुए 4 लोकसभा सीटें जीती थी.
पार्टी ने अपने प्रभाव को आगे बढ़ाते हुए गुजरात विधानसभा में भी अच्छा प्रदर्शन किया. गुजरात विधानसभा के आम चुनाव में 'आप' को कुल वोट का 12.92 फीसदी वोट मिला है. इसके साथ ही पार्टी ने गुजरात में एक राज्य पार्टी के मानदंड को पूरा किया.
इसके अलावा पार्टी ने अन्य राज्यों में भी अपने मत प्रतिशत को बढ़ाया है. गौरतलब है कि दिल्ली, गोवा और पंजाब में 'आप' पहले से ही एक मान्यता प्राप्त राज्य पार्टी है.
वर्ष 2012 में स्थापित 'आप' ने पिछले साल की शुरुआत में पंजाब विधानसभा चुनाव जीता और बाद में गुजरात चुनाव में भी पांच सीटें जीतीं.
किन पार्टियों ने खोया नेशनल पार्टी का दर्जा?
एनसीपी ने अपना राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खो दिया है क्योंकि पार्टी ने नेशनल पार्टी के लिए बने मानक को पूरा नहीं कर सकी. चुनाव आयोग ने गोवा, मणिपुर और मेघालय में एनसीपी से राज्य पार्टी का दर्जा वापस ले लिया है. एनसीपी को नागालैंड में एक राज्य पार्टी के रूप में मान्यता दी गई है.
इसी तरह ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी केवल बंगाल और त्रिपुरा में अपनी राज्य पार्टी का दर्जा बरकरार रख पाई है. टीएमसी अब राष्ट्रीय पार्टी नहीं रही, साथ ही मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में भी पार्टी से राज्य पार्टी का दर्जा छीन गया है.
डी.राजा की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) ने भी राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खो दिया है. चुनाव आयोग ने जुलाई-2019 में टीएमसी, सीपीआई और एनसीपी को शो-कॉज़ नोटिस जारी किया था.
वर्तमान में नेशनल पार्टी के स्टेटस वाली पार्टियां:
1 | भारतीय जनता पार्टी (BJP) |
2 | इंडियन नेशनल कांग्रेस (INC) |
3 | बहुजन समाज पार्टी (BSP) |
4 | भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) |
5 | नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) |
6 | आम आदमी पार्टी (AAP) |
राष्ट्रीय पार्टी का क्या है मानक?
चुनाव चिह्न (आरक्षण और आवंटन) आदेश, 1968 के अनुसार, एक राजनीतिक दल को राष्ट्रीय दल के रूप में मान्यता दी जाती है, यदि वह निम्नलिखित तीन शर्तों में से किसी एक को पूरा करती है.
1. पार्टी को कम से कम चार राज्यों में राज्य पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त हो. या
2. यदि कोई पार्टी कम से कम 4 राज्यों (नवीनतम लोकसभा या विधानसभा चुनावों में) में कुल वैध मतों का कम से कम 6% प्राप्त किया है और पिछले लोकसभा चुनावों में पार्टी के कम से कम 4 सांसद हैं. या
3. यदि पार्टी कम से कम 3 राज्यों से लोकसभा की कुल सीटों में से कम से कम 2% सीटें जीती हों.
“No one can stop an idea whose time has come. Aam Aadmi Party's time has come. India's time has come.”
— AAP (@AamAadmiParty) April 10, 2023
—CM @ArvindKejriwal
Congratulations to all our supporters & volunteers 🎉
🎗️We are now, a NATIONAL PARTY 🇮🇳🧹 pic.twitter.com/s5Iv99WLwC
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