Quishing Attack: केंद्र सरकार ने हाल ही में लोगों को एक नए तरह के साइबर अटैक के बारें में आगाह किया है. सरकार ने क्विशिंग साइबर अटैक को लेकर लोगों को एडवाइजरी जारी की है. इसके तहत अटैकर्स QR कोड के जरिये लोगों के साथ साइबर क्राइम को अंजाम दे रहे है.
टेक्नोलॉजी के बढ़ते इस दौर में जैसे-जैसे लोग डिजिटल सेवाओं का यूज़ कर रहे है उसी के साथ-साथ साइबर क्राइम के केस भी हर रोज बढ़ते जा रहे है. वहीं साइबर क्राइम से जुड़े अपराधी नए तरीकों से लोगों को इसका शिकार बना रहे है. चलिये जानते है सरकार ने लोगों को क्या नई एडवाइजरी जारी की है.
सरकार की एडवाइजरी से पहले हम यह जानने की कोशिश करते है कि क्विशिंग अटैक होता क्या है, और साइबर अपराधी कैसे लोगों को अपना शिकार बना रहे है.
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क्या है क्विशिंग अटैक?
क्विशिंग अटैक (Quishing attacks) भी एक तरह का फ़िशिंग अटैक है, इसके तहत साइबर अटैकर्स फर्जी क्यूआर कोड (QR Code) का इस्तेमाल करके यूजर्स को मैलवेयर वेबसाइटों या फर्जी ऐप पर री-डायरेक्ट करते है. इस प्रकिया के बाद अटैकर्स को यूजर्स के डिवाइस या क्रेडेंशियल (Credential) का एक्सेस मिल जाता है और वे आपके अकाउंट का पूरा कंट्रोल अपने हाथों में ले लेते है.
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— Cyber Dost (@Cyberdost) January 24, 2024
क्विशिंग कैसे काम करती है?
क्विशिंग अटैक पारंपरिक फ़िशिंग अटैक का ही एक नया फॉर्मेट है. फ़िशिंग अटैक में अटैकर्स फर्जी लिंक वाले ईमेल या टेक्स्ट मेसेज के मदद से यूजर्स को लिंक भेजते है और उनके अकाउंट या डिवाइस को हैक कर लेते है. इसके बाद वे आपकी पर्सनल या जरुरी डेटा और संवेदनशील जानकारी चुरा लेते है.
क्विशिंग के केस में साइबर अटैकर्स फर्जी लिंक वाले ईमेल या टेक्स्ट मेसेज के स्थान पर यूजर्स के डिवाइस में मैलवेयर इंस्टॉल करने के लिए फर्जी QR Code का इस्तेमाल कर रहे है. उपयोगकर्ता द्वारा क्यूआर कोड स्कैन करते ही उनका डिवाइस फर्जी यूआरएल से लिंक हो जाता है.
क्विशिंग अटैक का पता कैसे लगाएं:
क्विशिंग अटैक को आप नीचे दी गयी जानकारी की मदद से पता लगा सकते है-
- फ़िशिंग वार्निंग अलर्ट: सामान्य क्विशिंग अटैक के लिंक में गलत स्पेलिंग या एक समान दिखने वाले ईमेल एड्रेस का उपयोग किया जाता है. जिसको आप ध्यान से देखकर इस फर्जी लिंक के बारें में जान सकते है.
- टेक्स्ट एनालिसिस: फ़िशिंग ईमेल को आमतौर पर किसी रियल दिखने वाले मेल के टेक्स्ट के जैसा तैयार किया जाता है ताकि लोगों को यह रियल लगे और लोग आसानी से इसके जाल में फस जाएँ.
- क्यूआर कोड की पहचान: क्यूआर कोड किसी क्विशिंग ईमेल में एम्बेडेड इमेज जैसा होता है जो दूसरे रियल क्यूआर कोड जैसे दिखते है और लोग इसका शिकार बन जाते है.
क्विशिंग अटैक से कैसे बचे:
क्विशिंग अटैक से बचने का सबसे आसान तरीका यह है कि डिजिटल लेनदेन या किसी सर्विस का इस्तेमाल करते समय अधिक से अधिक सावधानी बरतें साथ ही किसी ईमेल में दिए गए लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी अच्छे तरीके से जांच करें. फर्जी क्यूआर कोड को स्कैन करने से बचे साथ ही जरुरी न होने पर क्यूआर कोड को स्कैन न करें.
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