JP Morgan Bond Index: अमेरिकी निवेश बैंक जेपी मॉर्गन चेज़ एंड कंपनी ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अपने उभरते बाजारों के मार्केट डेट इंडेक्स (Markets debt index) में भारतीय सरकारी बांड को शामिल करने का बड़ा फैसला लिया है. यह मामला काफी लंबे समय से लटका हुआ था.
भारतीय बाजार के लिए यह एक बड़ी खबर है, जेपी मॉर्गन ने बताया कि भारत को उसके इमर्जिंग मार्केट डेट इंडेक्स (GBI-EM) में अगले वर्ष जून में शमिल किया जायेगा. इसके साथ ही दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए अरबों डॉलर के इनफ्लो के विकल्प खुल जायेंगे. साथ ही भारत की पहुंच ग्लोबल बॉन्ड इंडेक्स में भी हो जाएगी.
"It is a welcome development showing confidence in the Indian economy," says Ajay Seth, Secretary, DEA on JPMorgan’s decision to include Indian government bonds in its widely tracked emerging market debt index https://t.co/OUfF7EJJaJ
— ANI (@ANI) September 22, 2023
जेपी मॉर्गन ने लिया बड़ा फैसला:
जेपी मॉर्गन ने हाल ही में एक बयान जारी कर कहा कि भारतीय बॉन्ड्स को इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स में 28 जून 2024 से लिस्ट किया जायेगा. मौजूदा समय में 23 भारतीय सरकारी बॉन्ड्स इंडेक्स में शामिल होने के योग्य है जिनकी कम्बाइन्ड नेशनल वैल्यू 330 अरब अमेरिकी डॉलर के बराबर है.
जेपी मॉर्गन ने बताया कि इन बॉन्ड्स की लिस्टिंग 10 महीने की अवधि के बीच की जाएगी जो 28 जून 2024 से शुरू होकर 31 मार्च 2025 तक चलेगी.
भारतीय मार्केट पर दुनिया को भरोसा:
यह पहला मौका है जब भारत सरकार के बांड को किसी ग्लोबल इंडेक्स में शामिल किया जायेगा. यह फैसला भारतीय मार्केट की मजबूती को दर्शाता है. इसके साथ ही भारत के फाइनेंशियल मार्केट का इंटीग्रेशन भी होगा.
जेपी मॉर्गन के इस फैसले के बाद भारतीय कंपनियों के लिए ग्लोबल लेवल पर और रास्ते खुलेंगे. साथ ही यह भी संभावना जताई जा रही है कि भारत को JADE ग्लोबल डायवर्सिफाइड इंडेक्स में भी शामिल किया जायेगा. इसके साथ ही भारत में अरबों डॉलर के निवेश का भी रास्ता साफ होगा और भारत की करेंसी को भी मजबूती मिलेगी.
भारतीय मार्केट पर क्या होगा असर:
जेपी मॉर्गन के इस फैसले का भारतीय मार्केट पर सकारात्मक प्रभाव होने वाला है. भारतीय मार्केट में विदेशी इनफ्लो में वृद्धि होगी. लिस्टिंग के नियमों के अनुसार, निवेशकों को भारतीय बांड खरीदने की अनिवार्यता भी रहेगी जिसके बाद भारत में विदेशी निवेश में भी बढ़ोत्तरी होगी.
जेपी मॉर्गन के इस फैसले का सरकार ने भी स्वागत किया है. वित्त मंत्रालय के DEA सेक्रेटरी अजय सेठ ने कहा कि यह फैसला स्वागत योग्य है. आगे उन्होंने कहा कि यह फैसला भारतीय अर्थव्यवस्था में भरोसे को दर्शाता है.
भारतीय करेंसी को मिलेगी मजबूती:
इस फैसले के बाद ग्लोबल निवेशकों का रुझान भारत की ओर बढ़ेगा. जैसे किसी अमेरिकी बांड को खरीदने के लिए यूएस डॉलर की आवश्कता होती है उसी प्रकार अब विदेशी निवेशकों को भारतीय बांड्स खरीदने के लिए रुपये की जरुरत होगी जिससे भारतीय रूपये को मजबूती मिलेगी.
किसी बांड्स के इंटरनेशनल लेवल पर लिस्टिंग के बाद उसकी विश्वसनीयता विश्व स्तर पर बढ़ जाती है और बड़ी संख्या में निवेशक भी आकर्षित होते है.
🚨 JP Morgan to include Indian bonds into emerging market debt index starting June 2024. This move is expected to bring billions of dollars of inflows into the country.
— Indian Tech & Infra (@IndianTechGuide) September 22, 2023
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