उत्तर प्रदेश भारत का हृदय है। यह राज्य अपने समृद्ध इतिहास, संस्कृति और धार्मिक महत्व के कारण जाना जाता है। इसके साथ ही यह भारत की सबसे अधिक आबादी वाला राज्य भी है, जिसे अक्सर "भारत का हृदय स्थल" कहा जाता है, और यह कई देवी-देवताओं और महत्वपूर्ण धार्मिक हस्तियों की जन्मभूमि के रूप में जाना जाता है। यह ताजमहल जैसे प्रतिष्ठित ऐतिहासिक स्मारकों, जीवंत सांस्कृतिक परंपराओं और प्रभु राम की जन्मभूमि होने का भी दावा करता है।
उत्तर प्रदेश में 75 जिले हैं और यह 18 प्रशासनिक प्रभागों में विभाजित है। भारत में जिलों की संख्या के मामले में यह राज्य सबसे आगे है। प्रशासनिक उद्देश्यों के लिए इन जिलों को 18 प्रभागों में बांटा गया है। वैसे तो यूपी के सभी शहर और जिले अपने अंदर कई राज और विशेषताएं छुपाए हैं, लेकिन यहां एक ऐसा भी राज्य है जिसका आकार बिल्कुल कटोरे जैसा है। इसलिए, इस राज्य को कटोरे वाला शहर के नाम से जाना जाता है। अगर आप मैप में इसे देखेंगे, तो ऊपर से यह कटोरी ही लगेगा। क्या आप जानते हैं हम किस शहर की बात कर रहे हैं? अगर आप नहीं जानते हैं, तो आज हम आपको इस अनोखे शहर के बारे में बताएंगे-
गोरखपुर का पुराना नाम क्या है? जानें क्यों प्रसिद्ध है यह शहर
भारत के किस राज्य में होते हैं सबसे ज्यादा साबूदाना?
कटोरे की आकार वाला शहर
उत्तर प्रदेश का गोरखपुर शहर एक ऐसा जो कटोरे के आकार का है। गोरखपुर की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार इस शहर का भौगोलिक आकार कटोरी जैसा दिखता है। यह शहर उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में राप्ती नदी के तट पर स्थित एक शहर है। यह राज्य की राजधानी लखनऊ से 272 किलोमीटर पूर्व में स्थित है। यह गोरखपुर जिले, पूर्वोत्तर रेलवे जोन और गोरखपुर मंडल का प्रशासनिक मुख्यालय है।
गोरखपुर में कौन सी नदी बहती है?
गोरखपुर का कुल क्षेत्रफल 3483.8 है। इस जिले से राप्ती, घाघरा, रोहिणी, आमी, गुर्रा और कुवानों नदियां बहती है। गोरखपुर के पश्चिम में राप्ती नदी और पूर्व में वन बसे हुए हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर क्षेत्र में सबसे ज्यादा बारिश होती है।
गोरखपुर किस लिए प्रसिद्ध है?
गोरखपुर अपने धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, खासकर गोरखनाथ मंदिर और हिंदू धार्मिक ग्रंथों के प्रमुख प्रकाशक गीता प्रेस के केंद्र के रूप में। यह शहर गोरखपुर जंक्शन पर स्थित दुनिया के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म के लिए भी जाना जाता है।
गोरखपुर को भारत का जावा क्यों कहा जाता है?
भारत का चीनी उद्योग दूसरा सबसे बड़ा कृषि-आधारित उद्योग है और इसने देश को व्यावसायिक और आर्थिक उन्नति प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर को भारत का जावा कहा जाता है। यह कहना सही भी है क्योंकि इस क्षेत्र में चीनी मिलों की संख्या बहुत अधिक है।
गोरखपुर का प्रसिद्ध भोजन क्या है?
गोरखपुर अपने स्वादिष्ट और विविध भोजन के लिए जाना जाता है। कुछ सबसे प्रसिद्ध व्यंजनों में पूरी आलू, घुघनी, मलइयो, पेड़ा और कलादी शामिल हैं। लिट्टी चोखा, चना भूंजा, मुरमुरा और घुघनी जैसे स्ट्रीट फूड भी यहां बहुत लोकप्रिय हैं। मिठाइयों में यहां ठग्गू के लड्डू, मलइयो और पेड़ा बहुत प्रसिद्ध है।
गोरखपुर में कौन सी भाषा बोली जाती है?
गोरखपुर में ज्यादातर हिंदी और भोजपुरी बोली जाती हैं। हालांकि हिंदी आधिकारिक भाषा है, भोजपुरी यहां की आबादी के एक बड़े हिस्से द्वारा बोली और समझी जाती है, खासकर उत्तर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में जहां गोरखपुर स्थित है। इसके अलावा कुछ निवासी, खासकर मुस्लिम समुदाय के लोग, उर्दू भी बोलते हैं।
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