हाल के दिनों में यह देखा गया है कि सरकार का ध्यान देश की जनसंख्या का सही तरीके से पूरा उपयोग करने पर केंद्रित है जिसे देश के जनसांख्यिकीय लाभांश के रूप में भी जाना जाता है। लेकिन ‘अनुभव योजना’ के माध्यम से भारत सरकार ने एक ऐसा अनूठा मंच स्थापित किया है जिसके द्वारा देश के IAS अधिकारी अपने कार्य-ज्ञान को प्रदान करके (वर्क एक्सपीरिएंस को शेयर करके) देश की अर्थव्यवस्था में सीधे तौर पर योगदान कर सकते हैं।
सरकार की सामाजिक-आर्थिक कल्याण योजनाएं IAS परीक्षा का एक महत्वपूर्ण अंग हैं। IAS की प्रारम्भिक परीक्षा के दौरान अक्सर सरकारी फ्लैगशिप कार्यक्रमों से संबंधित महत्वपूर्ण एमसीक्यू पूछे जाते हैं। अनुभव स्कीम में किये गए नए बदलाव भी IAS Exam के लिए बहुत महत्व पूर्ण हैं।
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अनुभव योजना क्या है?
अनुभव योजना का उद्देश्य सेवानिवृत्त हुए केंद्रीय कर्मचारियों को एक मंच प्रदान करना है, जिन्होंने अपने सेवाकाल के दौरान लेखन के माध्यम से उल्लेखनीय कार्य किया था। लेखन (राइट-अप्स) के माध्यम से अपने मूल्यवान अनुभवों/सुझावों को प्रस्तुत करने के लिए रिटायर हुए कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए एक वार्षिक पुरस्कार योजना की स्थापना की गई है।
अनुभव पहल में एक ऑनलाइन सिस्टम भी है जहा रिटायर हुए कर्मचारी अपने द्वारा किये गए शानदार कार्यों की जानकारी को ऑनलाइन समिट कर सकते हैं, जिससे रिटायर कर्मचारियों को संतुष्टि मिलती है। इससे रिटायर हुए कर्मचारियों के जरूरी और उपयोगी सूचनाओं और सूचनाओं का डाटाबेस भी तैयार करने में भी मदद मिलती है। अनुभव प्लेटफॉर्म पर सेवानिवृत्त कर्मचारियों को देश के सामाजिक पूंजी के विकास के लिए अपने अनुभव, कौशल और समय देने का अवसर मिलता है।
अनुभव योजना के तहत कौन शामिल है?
शुरूआत में यह सुविधा केवल केंद्र सरकार के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को ही उपलब्ध कराई जा रही है, लेकिन इसका सबमिशन स्वैच्छिक है। इसके अलावा अगले 6 महीनों में सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को भी उनकी उपलब्धियों को प्रस्तुत करने के लिए एक ऑनलाइन सुविधा प्रदान की जा रही है।
एक सराहनीय काम के रूप में किसकी गिनती होगी?
• कोई भी नवीनता जो एक बेहतर कार्य संस्कृति को जन्म देती है।
• कोई भी ऐसा कार्य जो सरकार के कामकाज में दक्षता और अर्थव्यवस्था में प्रभावशीलता के साथ योगदान देता है।
• सेवानिवृत्त कर्मचारी द्वारा कोई अन्य योगदान भी महत्वपूर्ण माना जाता है।
अनुभव की पहल में शामिल होने की प्रक्रिया क्या है?
पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने डेटा और सूचना को समन्वित तथा संगठित किया है और एक ऑनलाइन प्रणाली की अभूतपूर्व पहल को विशेष रूप से तैयार किया गया है।
सेवानिवृत्त हुए कर्मचारी उपयुक्त अनुलग्नकों के साथ-साथ एक लेखन (राइट-अप) (5000 से अधिक शब्द नहीं) प्रस्तुत कर सकते हैं। टिप्पणियां जो धार्मिक, लिंग आधारित होती हैं या जाति तथा पंथ पर आधारित होती हैं, या जो सांप्रदायिक सौहार्द या राष्ट्रीय हित के खिलाफ परेशान करने वाली होती है तो उन्हें लिखने की अनुमति नहीं है। इसके अलावा टिप्पणियों में भारत सरकार की किसी संवेदनशील या गुप्त जानकारी का खुलासा नहीं होना चाहिए।
जो भी टिप्पणियां लिखी जा रही हैं वो अखिल भारतीय सेवा से संबंधित नहीं होनी चाहिए या कर्मचारी द्वारा की गई टिप्पणियां मंत्रालय/विभाग की वेबसाइट पर नहीं होनी चाहिए।
अनुभव योजना का विश्लेषण
अनुभव योजना का आकलन इस तरह से किया जाएगा कि प्रतिकूल विचारों औऱ सुझावों के साथ यह आने वाले समय में एक यादगार संस्थागत ढ़ांचा बन सकता है। वर्तमान में कर्मचारियों की तुलना में कई पेंशनधारियों को एक साथ रखा गया है। इसलिए सुशासन के लिए यह योजना एक बेहतरीन माध्यम है क्योंकि इसके द्वारा रिटायर हो चुके सरकारी कर्मचारी नई ऊर्जा के साथ कर्मचारियों को नई ऊर्जा प्रदान करेंगे। यह पहल से सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों के विश्वास को भी बढ़ावा मिलेगा और उन्हें समाज को कुछ वापस देने तथा समाज से कुछ वापस लेने की भी प्रेरणा देगा।
अनुभव प्लेटफॉर्म रिटायर कर्मचारियों के समग्र विकास और समावेशन के लिए एक मंच प्रदान करने में सहायता प्रदान करेगा। इन पहलों में जन धन योजना के अन्तर्गत खोले गए खाते का प्रयोग, स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय और कौशल विकास योजना के बारे में लोगों को जागरूक करना है उनकी जानकारी देना शामिल है।
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मुख्यालयों/मंत्रालयों/विभागों के प्रमुखों के लिए कार्यशालाएं आयोजित की गई हैं। रिटायर हो चुके कर्मचारियों को कॉन्सेप्ट और सॉफ़्टवेयर एप्लिकेशन के बारे में बताया गया है। इस योजना में राइट अप्स सुविधा अपनाने और उसे समिट करने की सुविधा प्रदान की जा रही है।
अनुभव कार्यशालाओं ने इस बात पर जोर दिया है कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को गरिमा के साथ उनके अधिकार दिए जाने चाहिए तथा उनके समृद्ध अनुभवों का उपयोग प्रेरणा के एक स्रोत के रूप में किया जाना चाहिए। सेवानिवृत्त कर्मचारी अपने अनुभवों को साझा करेंगे और सेवानिवृत्त जीवन को एक आकर्षक, स्वस्थ और सुखी जीवन बनाने के लिए अपने सुझाव भी प्रदान करेंगे।
अनुभव पुरस्कार एक वर्ष पूरा होने पर दिए जाते हैं। पुरस्कारों के चयन के लिए निर्धारित मानदंडों में नौकरी से संबंधित उत्साह, प्रदर्शन अभिविन्यास, विषय ज्ञान और व्यावहारिक सुझाव शामिल हैं। अनुभव पुरस्कारों को अक्सर वर्तमान (सेवारत) में अपने अतीत (सेवानिवृत्त) के योगदान को मान्यता देने के रूप में माना जाता है। अनुभव पुरस्कार संस्थागत स्मृति को बनाए रखने की दिशा में एक उल्लेखनीय कदम है जो तालमेल में ऊर्जा का शानदार उदाहरण हैं।
निष्कर्ष
अनुभव पहल हमारे सम्मानित प्रधान मंत्री की दिमागी उपज है जो मानते हैं कि देश के विशाल पेंशनभोगियों के पूल का उपयोग देश के काम आ सकता है। सरकार का मानना है कि आने वाले वर्षों में अनुभव डेटाबेस संस्थागत ढांचे की एक अहम पूंजी साबित होगा। सेवानिवृत्त लोगों द्वारा तैयार किए गए उपयोगी सुझाव और सूचना के डेटाबेस से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को मदद मिलेगी तथा वे वर्तमान में काम कर रहे कर्मचारियों के लिए एक प्रेरक के रूप में कार्य करेंगे।
अभी तक, 78 संगठनों ने खुद को अनुभव प्लेटफॉर्म में पंजीकृत किया है, 1043 राइट-अप्स प्रकाशित किए गए हैं और कई औऱ राइट-अप्स के प्रकाशित होने का इंतजार है। रिटायरमेंट के बाद राष्ट्र निर्माण में स्वैच्छिक योगदान के लिए यह सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के लिए एक शानदार अवसर होगा। यह कदम निश्चित रूप से अवकाश ग्रहण करने वाले कर्मचारियों को नई ऊर्जा प्रदान करेगा तथा जीवन के इस महत्वपूर्ण चरण में उनके आत्मविश्वास को बढ़ावा देगा।
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