अमेरिकी राज्य पेनसिल्वेनिया ने हाल ही में एक प्रस्ताव पास किया है जिसके तहत दिवाली के दिन को आधिकारिक छुट्टी के रूप में घोषित किया गया है.
सीनेटर निकिल सावल ने इस बारें में एक ट्वीट के माध्यम से जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि रोशनी का त्यौहार दिवाली राज्य के मंदिरों और कम्यूनिटी सेंटरों में मनाया जाता है.
The Senate voted unanimously to recognize Diwali as an official holiday! To all Pennsylvanians who celebrate this festival of light and connection: you are seen, you are welcome, you matter. Thank you, @rothman_greg, for the opportunity to join you in introducing this bill. 🪔🪔 pic.twitter.com/CU6mDb7dYk
— Senator Nikil Saval (@SenatorSaval) April 26, 2023
फरवरी में पेश हुआ था बिल:
राज्य में दिवाली के अवकाश के लिए इस वर्ष फरवरी में पेनसिल्वेनिया की सीनेट में एक बिल पेश किया गया था. यह बिल सीनेटर ग्रेग रोथमैन और निकिल सावल ने पेश किया था. जिसके तहत दिवाली के दिन राज्य में अवकाश के घोषणा की मांग की गयी थी.
सीनेटर निकिल सावल ने लोगों को दी बधाई:
सीनेटर निकिल सावल ने एक ट्वीट के माध्यम से कहा कि ''राज्य की सीनेट ने सर्वसम्मति से दीवाली को एक आधिकारिक छुट्टी के रूप में मान्यता दी. रोशनी के इस त्योहार को मनाने वाले सभी पेनसिल्वेनिया वासियों आपका स्वागत है और आप हमारे लिए मायने रखते हैं." आगे उन्होंने कहा कि "रोशनी का त्योहार दिवाली प्रतिवर्ष, मंदिरों, कम्यूनिटी सेंटरों में, लोगों के घरों में मनाया जाता है"
सीनेटर ग्रेग रोथमैन ने भी इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि ''हजारों पेंसिलवेनियाई हर वर्ष दिवाली मनाते हैं. दिवाली को एक आधिकारिक अवकाश के रूप में घोषित करना इस बात का प्रमाण है कि हम सांस्कृतिक विविधता का सम्मान करते हैं और ऐसे उत्सव को मानते है.''
My legislation to recognize Diwali in Pennsylvania just passed the PA Senate 50-0. Today's vote upholds and celebrates our Commonwealth’s rich cultural diversity.
— Senator Greg Rothman (@rothman_greg) April 26, 2023
Thank you @SenatorSaval for agreeing to cosponsor this piece of legislation. pic.twitter.com/P3ABThHR82
बिल के विरोध में एक भी मत नहीं:
इस बिल के विरोध में एक भी मत नहीं पड़ें और यह बिल 50-0 की वोटिंग से पास कर दिया गया. बता दें कि 'पेनसिल्वेनिया में क़रीब 2,00,000 दक्षिण एशियाई लोग रहते है और यह फेस्टिवल उनके लिए एक ख़ुशी का मौका होता है. गौरतलब है कि इस वर्ष दुनिया भर में दिवाली 12 नवंबर को मनाई जाएगी.
दिवाली पर्व का विश्व स्तर पर बढ़ा मान:
दिवाली का त्यौहार मुख्य रूप से हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन समुदाय के लोग मानते है. इस दिन लोग गणेश-लक्ष्मी की पूजा करते है साथ ही लोग रंगोली बनाते है, अपने घरों को सजाते है और अतिशबाज़ी करते है.
इन देशों में धूमधाम से मनाई जाती है दिवाली:
पिछले वर्ष न्यूयॉर्क शहर में भी स्कूलों में दिवाली के दिन सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गयी थी. कई देशों में दिवाली को एक महत्वपूर्ण त्यौहार के रूप में मनाया जाता है, कई देशों में इस दिन सार्वजनिक अवकाश होता है.
नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार, सूरीनाम, फ़िजी और गयाना जैसे देशों में दिवाली के दिन सार्वजनिक आवकाश होता है. इसके पीछे एक कारण यह भी है कि इन देशों में भारतीय मूल के लोग काफी संख्या में रहते है.
अमेरिका में पड़ोसी देश कनाडा में भी यह त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. यहां पर बहुत संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते है. इसके अलावा दक्षिण एशिया के कई अन्य देशों में यह त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. ब्रिटेन में भी यह त्यौहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है.
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