छात्र अक्सर छात्रवृति और फेलोशिप के अंतर को लेकर दुविधा में रहते हैं. हालांकि छात्रवृति और फेलोशिप दोनों ही वित्तीय रूप में विभिन्न स्तरों पर छात्रों की उच्च शिक्षा का समर्थन करने के लिए प्रदान की जाती है. तो हम क्यू इन दोनों कार्यक्रमों को दो अलग-अलग नाम से जानते हैं?..... आज हम आपको इन दोनों के बीच में जो खास अंतर है वह इस आर्टिकल में बतायेंगे तथा साथ ही साथ इन दोनों कार्यक्रमों के बारे कुछ ख़ास जानकारी भी उपलब्ध करायेंगे.
तो आइये जानते हैं कि छात्रवृति और फेलोशिप के बीच में सबसे बड़ा अंतर क्या है?
छात्रवृति और फेलोशिप दोनों ही कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को एक निश्चित अन्तराल पर समय-समय पर वित्तीय सहायता शैक्षिक स्तर पर प्रदान करना होता है. छात्रवृति और फेलोशिप के बीच एकमात्र अंतर यह है कि छात्रवृति प्राथमिक कक्षा से स्नातक डिग्री स्तर तक छात्रों को प्रदान की जाती है. जबकि फेलोशिप उन छात्रों को प्रदान की जाती है जो किसी विशेष संस्थानों या विश्वविद्यालय में अनुसंधान(research) कर रहे होते हैं.
छात्रवृति विभिन्न मानकों पर आधारित होती है जैसे- यदि किसी छात्र को वित्तीय सहायता के रूप में अपनी शिक्षा के लिए छात्रवृति की आवश्यकता है तो उस छात्र का अकादमिक स्कोर, खेल प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन या रचनात्मक कौशल प्रतियोगिताओं आदि में से किसी एक में कम से कम अच्छा होना अनिवार्य है. तथा दूसरी ओर यदि हम बात करें फेलोशिप की तो इसके लिए छात्रों का केवल अकादमिक स्कोर अच्छा होना अनिवार्य है.
उपरोक्त चर्चा से छात्रों को छात्रवृति और फेलोशिप के बीच के अंतर में तो स्पष्टा समझ आ गई होगी लेकिन अब छात्रों को इन दोनों कार्यक्रम के विषय में कुछ मूल भुत जानकारी से अवगत होना भी ज़रूरी है.
तो अब हम जानेंगे की छात्रवृति सामान्यतः कितने प्रकार की होती है?
1. मेरिट बेस्ड छात्रवृति: मेरिट बेस्ड छात्रवृति के लिए वह छात्र योग्य होते हैं जो छात्र आवश्यक मानदंडों के अनुसार योग्यता परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करते हैं उन्हें केंद्रीय या राज्य सरकार या अन्य संगठन द्वारा छात्रवृतियां दी जाती हैं.
2. प्रतिभा या रचनात्मक कौशल पर आधारित छात्रवृति: कई छात्र किसी विशेष विषय जैसे विज्ञान, गणित, कंप्यूटर या किसी भी अन्य सामान्य विषयों के लेखन कौशल, ड्राइंग इत्यादि जैसे कुछ विषयों में अनपेक्षित रूप से अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो इन छात्रों को पदक और प्रमाणपत्र के साथ छात्रवृति से सम्मानित किया जाता है.
3. एथलेटिक छात्रों के लिए खेल छात्रवृति: जो छात्र राज्य, राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं, उनके प्रदर्शन के लिए मूल्यांकन किया जाता है और अन्य पुरस्कारों के अलावा छात्रवृति प्रदान की जाती है ताकि वे अकादमिक स्तर पर भी अच्छा प्रदर्शन कर सकें.
4. विश्वविद्यालय छात्रवृति: राज्य विश्वविद्यालय(State Universities) छात्रों को विभिन्न श्रेणियों के तहत छात्रवृति प्रदान करते हैं जैसे कि छात्राओं की शिक्षा के लिए विशेष छात्रवृति या ऐसे छात्र जो अपने डिग्री कोर्स के पहले वर्ष में अच्छे अंक प्राप्त करते हैं तो इन छात्रों को पाठ्यक्रम के शेष वर्षों में उनकी शिक्षा का समर्थन करने के लिए विश्वविद्यालय छात्रवृतियां प्रदान करती है.
5. आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के छात्रों की सहायता के लिए छात्रवृतियां: पिछड़े वर्गों के छात्रों को आगे बढ़ाने में मदद के लिए छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है. तथा सामाजिक कारणों से लोगों में जागरूकता को प्रोत्साहित करने के लिए, प्रासंगिक सरकारी विभाग छात्रों को आवश्यकतानुसार छात्रवृति प्रदान करती हैं.
6. ब्रांड की जागरूकता के लिए छात्रवृति: कुछ ब्रांड बाजार में अपने ब्रांड को प्रमोट करने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्रवृति प्रदान करती हैं. अर्थात उपभोक्ता छात्रवृति में भाग लेने के लिए उत्पाद खरीदते हैं और उसके अनुसार उनका उद्देश्य भी पूरा होता है. ऐसे कई ब्रांड्स हैं जिनसे छात्र छात्र इस तरह की छात्रवृतियां प्राप्त कर सकते हैं जैसे की- टाटा ट्रस्ट छात्रवृतियां, कोलगेट छात्रवृति आदि.
अब हम आपको फेलोशिप के विषय में भी कुछ खास जानकारी प्रदान करेंगे जिसे जानने के लिए नीचे पढ़ें:
रिसर्च फेलोशिप: स्नातकोत्तर डिग्री पूरी होने के बाद छात्रों को ये फैलोशिप प्रदान की जाती हैं जब वे स्नातकोत्तर डिग्री के पश्चात् भी किसी विशेष विषय पर अनुसंधान(research) करना चाहते हैं. ये फैलोशिप अनुसंधान संगठनों, विश्वविद्यालयों या संस्थानों द्वारा छात्रों को प्रदान की जाती हैं.
निष्कर्ष: जो छात्र शैक्षिक स्तर पर वित्तीय सहायता चाहते हैं उन्हें विभिन्न स्तरों पर प्रदान की जाने वाली छात्रवृति की सुविधाओं को अच्छी तरह समझना बेहद ज़रूरी है. आशा है कि हमारे द्वारा बताये जानकारी के द्वारा छात्रों को छात्रवृति और फेलोशिप के सन्दर्भ में काफी स्पष्टा आई होगी.
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