चीन ने हाल ही में भारत से आने वाले विदेशी यात्रियों पर अस्थाई रूप से रोक लगा दी है और अब वीज़ा व निवास की अनुमति होने के बावजूद प्रवेश नहीं मिलेगी. हालांकि, चीनी राजनयिक, सेवा और सी वीज़ा वाले विदेशियों पर इस फैसले का प्रभाव नहीं पड़ेगा.
चीनी दूतावास ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण चीन को यह कदम उठाना पड़ा. चीन ने कोरोना वायरस महामारी का हवाला देते हुए वैध वीजा धारकों और आवासीय परमिट वाले भारतीय नागरिकों को अस्थायी तौर पर प्रवेश नहीं देने का निर्णय लिया है.
भारत से चीन जाने वाली कई उड़ानें रद्द
इसके मद्देनजर भारत से चीन जाने वाली कई उड़ानें रद्द हो गई हैँ. चीन के इस कदम की वजह से लगभग 2,000 भारतीय पेशेवर चीन के शहरों में अपने काम पर नहीं लौट सकेंगे.
चीनी दूतावास ने क्या कहा?
भारत में चीनी दूतावास ने 05 नवंबर 2020 को कहा कि चीन ने वैध वीजा रखनेवाले या आवासीय परमिट रखनेवाले भारत से विदेशी नागरिकों को देश में प्रवेश देने पर फिलहाल अस्थायी तौर पर रोक लगाने का निर्णय लिया है.
कई देशों के नागरिकों के प्रवेश पर रोक
चीन ने जिन देशों के नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगाने का फैसला लिया है उनमें भारत के अलावा ब्रिटेन, फ्रांस, बेल्जियम तथा फिलीपींस भी शामिल हैं. इस बीच, भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि चीनी दूतावास द्वारा की गई घोषणा एक अस्थायी उपाय है. कई अन्य देश भी ऐसे कदम की घोषणा कर चुके हैं.
पृष्ठभूमि
चीन ने रोक हटाते हुए 28 सितंबर 2020 को वैध निवास परमिट वाले सभी विदेशियों को प्रवेश की अनुमति दी थी. चीन ने मार्च 2020 में महामारी के जवाब में विदेशियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था. चीन ने 06 नवंबर 2020 से संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और थाईलैंड के सभी यात्रियों को एक न्यूक्लिक एसिड टेस्ट और कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी के लिए एक रक्त परीक्षण अनिवार्य कर दिया है.
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