चुनाव आयोग ने हाल ही में राजनीतिक दलों के लिए एक नया ऑनलाइन ट्रैकिंग सिस्टम शुरू किया है. आयोग के मुताबिक राजनीतिक दलों के पंजीकरण के नए निर्देश 01 जनवरी 2020 से प्रभावी हो गए हैं. आयोग ने पार्टी को मान्यता दिए जाने तक की समूची प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने हेतु यह सिस्टम शुरू किया है.
आयोग ने राजनीतिक दलों की स्थापना के एक माह के अन्दर आयोग में पंजीकरण कराने को अनिवार्य बनाते हुए पंजीकरण के आवेदन को स्वीकार किए जाने से लेकर राजनीतिक दल की मान्यता दिए जाने तक की समूची प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने हेतु ऑनलाइन ट्रेकिंग सिस्टम (पीपीआरटीएमएस) शुरू किया है.
पीपीआरटीएमएस की मुख्य विशेषता: पीपीआरटीएमएस की मुख्य विशेषता है कि आवेदक (01 जनवरी 2020 से राजनीतिक दल हेतु पंजीकरण के लिए आवेदन करने वाला) अपने आवेदन की प्रगति का पता लगा सकेगा. आवेदक एसएमएस और ई-मेल के द्वारा अद्यतन स्थिति से अवगत हो सकेगा. आवेदक को इसके लिए अपने आवेदन में दल या आवेदक का मोबाइल नम्बर और ई-मेल पता दर्ज करना होगा. |
राजनीतिक दल पंजीकरण ट्रैकिंग प्रबंधन प्रणाली (पीपीआरटीएमएस)
राजनीतिक दल पंजीकरण ट्रैकिंग प्रबंधन प्रणाली आवेदकों द्वारा आवेदन की स्थिति पर नज़र रखने में सक्षम होगी. आवेदन की स्थिति को चुनाव आयोग के पोर्टल- https://pprtms.eci.gov.in के माध्यम से भी देखा जा सकता है.
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नए दलों के पंजीकरण
राजनीतिक दलों का पंजीकरण जनप्रतिनिधि अधिनियम 1951 की धारा 29ए द्वारा नियंत्रित होता है. इसके अंतर्गत पंजीकरण कराने वाले पक्ष को 30 दिन में आयोग को एक आवेदन देना होता है. इसमें पार्टी का बुनियादी विवरण, विभिन्न इकाइयों की सदस्यता विवरण तथा पदाधिकारियों की पूरी जानकारी देनी होती है.
इसके तहत नए राजनीतिक दल के रूप में 01 जनवरी 2020 से पंजीकरण हेतु आवेदन करने वाले दल अपने आवेदन के निस्तारण की ऑनलाइन निगरानी कर सकेंगे. आवेदक दल को एसएमएस और ईमेल के जरिए भी आवेदन के निस्तारण के बारे में जानकारी दी जाएगी. आयोग के मुताबिक राजनीतिक दलों के पंजीकरण के नये निर्देश 01 जनवरी 2020 से प्रभावी हो गये हैं.
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