फेसबुक ने 18 जून 2019 को आधिकारिक तौर पर घोषणा कर दिया कि वह अपनी क्रिप्टोकरंसी ला रही है, जिसका नाम लिब्रा (Libra) होगा. इस कदम के पीछे कंपनी का मुख्य उद्देश्य एक लो कॉस्ट ग्लोबल पेमेंट सिस्टम बनाना है, जो स्मार्ट डिवाइसेज के जरिए उपलब्ध हो सके. इस क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल कंपनी के विश्व भर में मौजूद दो सौ करोड़ यूजर्स कर सकेंगे.
फेसबुक लिब्रा को अगले साल (2020) लॉन्च करेगी. इसे नई ग्लोबल करेंसी करार दिया गया है. लिब्रा को लगभग 25 पार्टनर्स का समर्थन है. इस पार्टनर्स में नॉन प्रॉफिटेबल कंपनियां, फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म और ऑनलाइन कॉमर्स कंपनियां शामिल हैं.
वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें वीजा, मास्टरकार्ड, पेपाल और उबर जैसी कंपनियां शामिल हैं. ये कंपनियां वेंचर कैपिटलिस्ट्स और दूरसंचार कंपनियों के साथ मिलकर इस क्रिप्टोकरंसी हेतु एक-एक करोड़ डॉलर का निवेश करेंगी.
'लिब्रा' ही नाम क्यों?
फेसबुक को लिब्रा से उम्मीद है कि न सिर्फ वो वैश्विक स्तर पर अपने ग्राहकों और बिजनेस को पावर कर सकेगी, बल्कि उन लोगों को भी वित्तीय सेवाओं से जोड़ सकेगी, जो अभी तक किसी बैंकिंग सेवा से नहीं जुड़े हैं. फेसबुक की इस प्रोजेक्ट की देख - रेख करने वाले डेविड मार्कस ने कहा कि लिब्रा नाम रोमन वेट मेजरमेंट से आया है, जो कि ज्योतिषि भाषा में न्याय को दर्शाता है. लिब्रा का फ्रेंच भाषा में मतलब आजादी भी होता है. डेविड मार्कस ने कहा की आजादी, न्याय और पूंजी, हम बस यही करने का प्रयास कर रहे हैं.
लिब्रा एसोसिएशन का गठन
फेसबुक को भरोसा है कि वो लिब्रा से लॉन्च होने के कुछ महीनों बाद करीब 100 करोड़ डॉलर की कमाई कर लेगी. कंपनी के अनुसार, इससे वो लोग भी व्यापार कर सकेंगे जिनका बैंक खाता नहीं है या फिर वो क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं करते हैं. फेसबुक ने कहा है कि लिब्रा की वैल्यू यूएस डॉलर, यूरो या फिर अन्य करेंसियों के समकक्ष होगी. इसके लिए एक लिब्रा एसोसिएशन का गठन किया जाएगा. इसका मुख्यालय जिनेवा में होगा. यह एसोसिएशन स्विस कानून के दायरे में काम करेगा. यही संगठन नई करेंसी के मूल्य के आधार पर विश्व में चलने वाली वास्तविक मुद्राओं का भंडार रखेगा, ताकि लिब्रा के मूल्य में एक निश्चितता बनी रहे.
फेसबुक कैलिब्रा डिजिटल वॉलेट भी करेगा लॉन्च
फेसबुक कैलिब्रा डिजिटल वॉलेट भी लॉन्च करेगा. कैलिब्रा एक तरह का डिजिटल वॉलेट होगा जहां से ग्राहक लिब्रा को खरीद-बेच सकेंगे. कैलिब्रा को फेसबुक के मैसेंजर और व्हाट्सऐप के जरिए मैसेजिंग प्लेटफॉर्म से भी जोड़ा जाएगा. फेसबुक को इसके पीछे जुड़ने का कारण इन दोनों प्लेटफाॅर्म्स पर करोड़ों यूजर्स की संख्या है. लिब्रा को लेकर अमेरिका कैलिफोर्निया की कंपनी मेन्लो पार्क को काफी उत्साह है.
लिब्रा क्रिप्टोकरेंसी के लॉन्च होने के बाद यूजर्स अपने स्मार्टफोन से कैलिब्रा वॉलेट के जरिए पैसे भेज पाएंगे. फेसबुक का कहना है कि यह एक मैसेज भेजने जितना ही आसान होगा. यूजर्स इसके जरिए बिल पेमेंट भी कर सकेंगे.
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