केंद्र सरकार के कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएसआर) की योजना के तहत झारखंड में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) परिसर स्थापित करने के 12वीं योजना के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी.
इस मामले में आयोजित बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की. कैबिनेट की बैठक में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान हेतु 200.78 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने झारखंड में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान वर्ष 2019 तक पूरा किया जाना है.
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान की स्थापना हजारीबाग जनपद के बरही के गौरिया करमा गांव में की जाएगी. इसके लिए राज्य सरकार ने 1000 एकड़ जमीन भी उपलब्ध करा दी है. वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री द्वारा इस संस्थान की आधारशिला रखी गयी.
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में कृषि के साथ ही बागवानी, वानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन, मुर्गी पालन, सुअर पालन, रेशम कीट, लाख और मधुमक्खी पालन आदि के संबंध में अध्ययन, अध्यापन और शोध कार्य किए जाएंगे.
मुख्य तथ्य-
- कृषि से संबंधित विभिन्न विषयों की स्नातकोत्तर शिक्षा, पीएचडी हेतु अनुसंधान भी भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में कराए जाएंगे.
- झारखंड में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) कृषि के क्षेत्र में देश के पूर्वी क्षेत्र की चुनौतियों पर सरकार और निजी संस्थानों के साथ मिलकर काम करेगा.
- अनुसंधान संस्थान में अनुसंधान, शिक्षा और कृषि विस्तार के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण मानव संसाधन की तैयारी हेतु शोध कार्य किए जाएंगे.
- भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान क्षेत्र में कृषि आधारित उद्योगों को भी प्रोत्साहित करेगा.
- मुख्यमंत्री रघुवर दास के अनुसार इस संस्थान की स्थापना से कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा.
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान-
- आईएआरआई देश का प्रमुख राष्ट्रीय कृषि शोध एवं शिक्षण संस्थान है. इसका मुख्य परिसर राष्ट्रीय राजधानी में स्थित है.
- झारखंड में आइएआइआइ एक मानक संस्थान होगा.
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के बारे में-
- भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian Council of Agricultural Research) भारत सरकार के कृषि मंत्रालय में कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग के तहत स्वायत्तशासी संस्था है.
- रॉयल कमीशन की कृषि आधारित रिपोर्ट के अनुसरण में सोसाइटी रजिस्ट्रीकरण अधिनियम, 1860 के तहत यह पंजीकृतहै.
- भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की सोसाइटी की स्थापना 16 जुलाई 1929 को की गयी.
- इस सोसाइटी का पूर्व नाम इंपीरियल काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च था. इसका मुख्यालय नयी दिल्ली में है.
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